Power Crisis In Punjab : पंजाब में खड़ा हो सकता है संकट! बिजली की डिमांड पहुंच सकती है 15 हजार मेगावाट
गर्मी के पीक समय में पंजाब में बिजली की मांग 15,000 मेगावाट तक हो सकती है, जबकि पंजाब अभी केवल 6600 मेगावाट ही बिजली का उत्पादन कर पाता है. ऐसे में बिजली का बड़ा संकट खड़ा हो सकता है.
Punjab News: इस बार गर्मी में पंजाब में बिजली की मांग और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है. जिस तरफ से प्रदेश में गर्मी बढ़ रही है मई-जून महीने में ये सभी रिकॉर्ड स्तर को पार कर सकती है. ऐसे में बिजली की डिमांड और बढ़ने वाली है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंजाब को भयंकर गर्मी के बीच बिजली संकट से जूझना पड़ सकता है. पंजाब में बिजली की मांग 15,000 मेगावाट के स्तर पर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. जबकि राज्य केवल 6600 मेगावाट ही बिजली का उत्पादन कर पाता है.
मांग की आपूर्ति करना बड़ी चुनौती
पंजाब के खुद के पास केवल 6600 मेगावाट ही बिजली का उत्पादन है ऐसे में भयंकर गर्मी के बीच 15,000 मेगावाट बिजली का प्रबंध करना एक बड़ी चुनौती बनने वाला है. यानि की पंजाब को 8,500 मेगावाट बिजली और जुटानी होगी. तब कहीं जाकर वो अपने राज्य की बिजली आपूर्ति कर सकता है. द इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार, पंजाब सरकार को प्रदेश में बिजली की आपूर्ति करने के लिए केंद्र से बिजली खरीदनी होगी.
पंजाब की 6 पावर जेनरेशन यूनिट बंद
वहीं आपको बता दें कि पंजाब की 6 पावर जेनरेशन यूनिट बंद पड़ी हुई है. जिसमें बठिंडा की 4 और रोपड़ की 2 पावर जेनरेशन यूनिट बंद है. जिसकी वजह से पंजाब पहले ही करीब 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम कर पा रहा है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को बिजली की डिमांड 6,523 मेगावाट रिकॉर्ड की गई है जो धान की रोपाई और भीषण गर्मी के बीच 15,000 मेगावाट पर पहुंच सकती है.
सरकार उठा सकती है ठोस कदम
सूत्रों की माने तो इस बढ़ी हुई बिजली की डिमांड का हल निकालने के लिए पंजाब सरकार कई ठोस कदम उठा सकती है. माना जाता है कि पीक पावर डिमांड में हर साल करीब 8 फीसदी की बढ़ोतरी होती है.
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