Punjab Politics: प्रताप सिंह बाजवा का मान सरकार से सवाल- 'पंजाब के कर्ज का बोझ कम करने के लिए क्या किया?'
Pratap Singh Bajwa on Bhagwant Mann Government: कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल खड़े किए है उन्होंने कहा कि राज्य अर्थव्यवस्था चरमराने की कगार पर है.
Punjab News: पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल खड़ा किया है कि उन्होंने पंजाब के कर्ज को कम करने के लिए क्या किया है. बाजवा ने एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि इस वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार ने विभिन्न विभागों को 11000 करोड़ रुपये का अनुदान दिया. आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने मुश्किल से 3000 करोड़ रुपये का उपयोग किया था.
इस बीच, उसे कोई सुराग नहीं मिल रहा है कि 8000 करोड़ रुपये को लैप्स होने से कैसे बचाया जाए क्योंकि यह वित्तीय वर्ष चार महीने से भी कम समय में समाप्त हो रहा है.
‘पंजाब के कर्ज का बोझ कम करने के लिए क्या किया’
प्रताप सिंह बाजवा ने आगे लिखा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान ने 8,000 करोड़ रुपये केंद्र को वापस जाने से बचाने के लिए हाल ही में एक बैठक बुलाई और सभी विभागों के सचिवों से सुझाव मांगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्रांडिंग के मुद्दों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का नाम बदलकर आम आदमी क्लीनिक करने के कारण पहले ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 650 करोड़ रुपये की धनराशि रोक दी है. राज्य की अर्थव्यवस्था पहले ही चरमराने के कगार पर है. पंजाब के मुख्यमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि उन्होंने पंजाब के कर्ज का बोझ कम करने के लिए क्या किया है.
In this financial year, the central government provided Rs 11000 crore grants to various departments of the @AAPPunjab govt in Punjab, however, the government had barely used Rs 3000 crore. Meanwhile, it has no clue how to save Rs 8000 crore from getting lapsed as this financial…
— Partap Singh Bajwa (@Partap_Sbajwa) December 9, 2023 [/tw]
बीजेपी ने कर्ज को लेकर खड़े किए थे सवाल
इससे पहले पंजाब बीजेपी के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया था कि पंजाब सरकार की तरफ से महज 20 महीने में 60 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया है और ये पैसा उन्होंने विज्ञापन और केजरीवाल टूर्स एंड ट्रैवल्स पर बर्बाद किया है. उन्होंने कहा था कि अगर पंजाबी एकजुट नहीं हुए और आवाज नहीं उठाई तो भगवंत मान सरकार पंजाब को बर्बाद कर देगी.