दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) ने पंजाब चुनाव (Punjab Assembly Election)के लिए एक बड़ा वादा किया है. उन्होंने मंगलवार को अमृतसर में शिक्षकों के साथ संवाद किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब में 18 साल की नौकरी के बाद भी केवल 10 हजार रुपये की तनख्वाह पा रहे हैं, जबकि दिल्ली में एक अकुशल मजदूर भी 18 हजार रुपये प्रतिमाह कमाता है. उन्होंने कहा कि पंबाब में उनकी सरकार बनने पर ठेके पर काम करने वाले सभी टीचरों को परमानेंट कर दिया जाएगा.
कॉन्ट्रैक्ट वाले शिक्षकों को परमानेंट करने का वादा
शिक्षकों के साथ संवाद करते हुए केजरीवाल ने कहा, ''पंजाब में एक तरफ अध्यापकों के पद खाली हैं और दूसरी तरफ अध्यापक बेरोजगार घूम रहे हैं. पंजाब में सरकार बनते ही हम परीक्षा करवाकर इन सारे पदों को भरेंगे जिससे अध्यापकों को रोजगार और बच्चों को शिक्षक मिल सकें.''
आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि अगर पंजाब में हमारी में सरकार बनती है तो सबसे पहले हम कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे सारे अध्यापकों को पक्का करेंगे. हमारी चन्नी साहब से अपील है कि आप इन अध्यापकों की मांग पूरी करें. उन्होंने कहा कि आप की सरकार ने पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों को ठीक किया और अगर सरकार बनी तो पंजाब के स्कूलों को भी ठीक करेंगे. उन्होंने कहा, ''हमें ही ठीक करना आता है और किसी पार्टी को करना नहीं आता.''
ये आठ वादे किए
- शिक्षा प्रणाली को बदलना
- कॉन्ट्रैक्ट वाली नौकरी को परमानेंट करना
- ट्रांसफर पॉलिसी में बदलाव
- शिक्षकों के लिए कोई गैर-शिक्षण कार्य नहीं
- सभी खाली पदों को भरना
- विदेशों से ट्रेनिंग
- समय से प्रमोशन
- कैशलेस मेडिकल सुविधा
इससे पहले सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को लेकर एक बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि पंजाब में हमारी सरकार बनने पर हर महिला को एक हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. केजरीवाल ने मोगा में एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही थी. उन्होंने कहा था, ''अगर एक परिवार में सास, बहू और बेटी हैं तो तीनों के अकाउंट में हजार-हजार रुपये आएंगे. जिन माताओं को बुढापा पेंशन मिल रहा है उनके पेंशन के अलावा भी हजार रुपए देंगे. यह दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा सशक्तिकरण कार्यक्रम है. पंजाब चुनाव में महिलाएं तय करेंगी कि वोट किसे देना है.''