Punjab News: पंजाब में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव से पहले अंदरूनी कलह से जूझ रही सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने अब राज्य में गठबंधन का विकल्प खोल लिया है. पंजाब कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि उसे समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन करने से कोई आपत्ति नहीं है. कांग्रेस की हालांकि इस बारे में अभी तक किसी पार्टी से बात नहीं चल रही है.


चुनाव के लिए किसी पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने चुप्पी तोड़ी है. हरीश चौधरी ने कहा कि इस समय गठबंधन के बारे में कोई बातचीत नहीं हो रही है. हरीश चौधरी ने हालांकि गठबंधन का विकल्प खुला होने के संकेत दिए. उन्होंने कहा, ''पार्टी समान विचारधारा वाली पार्टियों पर विचार कर सकती है, जिनके पास पंजाब और पंजाबियत को आगे ले जाने की दृष्टि है.''


चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम होने के बावजूद कांग्रेस के अगले सीएम का चेहर तय नहीं है. चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में पूछे गए एक सवाल पर, चौधरी ने स्पष्ट जवाब देने से परहेज करते हुए कहा कि उनके लिए पंजाब का हर व्यक्ति मुख्यमंत्री का चेहरा है.


पार्टी की अंदरूनी कलह बनी मुद्दा


दरअसल, हरीश चौधरी ने सिद्धू और चरणजीत चन्नी की लड़ाई को देखते हुए साफ जवाब देने से बचने की कोशिश की. चौधरी ने कहा कि सिद्धू के नेतृत्व में पार्टी की राज्य इकाई और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में राज्य सरकार पंजाब को आगे ले जाएगी.


बता दें कि पिछले कुछ महीने पंजाब कांग्रेस के लिए बेहद मुश्किल भरे रहे हैं. पार्टी की अंदरूनी कलह को देखते हुए अमरिंदर सिंह के स्थान पर चरणजीत चन्नी को कुर्सी सौंपी गई थी. लेकिन राज्य अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का सरकार के कामकाज पर सवाल उठाना बंद नहीं हुआ. 


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