Punjab Election 2022: पंजाब में कितने नेता बदल चुके हैं दल, बीजेपी में क्यों जा रहे हैं कांग्रेसी?
Punjab Election 2022: पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर दिनेश मोंगिया ने मंगलवार को बीजेपी के साथ अपनी राजनीतिक पारी शुरू की. उनके साथ ही कांग्रेस के दो विधायकों ने भी बीजेपी की सदस्यता ली.
पंजाब विधानसभा का चुनाव नए साल में होना है. इसलिए वहां राजनीतिक गतिविधियां जोरों पर हैं. वहां दलबदल भी तेजी से हो रहा है. मंगलवार को कांग्रेस के दो विधायकों और एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ने बीजेपी का दामन थामा. इससे पहले भी कई नेता बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा और टिकट वितरण तेज होगा, दल बदलने का यह खेल और तेज होगा. आइए जानते हैं कि अबतक पंजाब के कितने बड़े नेता किस दल में शामिल हुए हैं.
बीजेपी का बढ़ता कारवां
मंगलवार को कादियां सीट से कांग्रेस विधायक फतेह सिंह बाजवा बीजेपी में शामिल हुए. वो कांग्रेस के राज्य सभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं. दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक दुश्मनी है. प्रताप सिंह बाजवा ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि वो कादियां से चुनाव लड़ेंगे. वहीं पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने 3 दिन पहले ही घोषणा की थी कि फतेह सिंह बाजवा कादियां से चुनाव लड़ेंगे. लेकिन पार्टी बदलकर बाजवा ने सबको चौंका दिया. कांग्रेस विधायक बलविंदर सिंह ने भी मंगलवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. वह हरगोबिंदपुर सीट के विधायक हैं.
पूर्व क्रिकेटर दिनेश मोगिया ने बीजेपी से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की है. वो सौरव गांगुली की कप्तानी में 2003 में विश्व कप का फाइनल खेलने वाली टीम में शामिल थे. वो अंतिम बार 2007 में क्रिकेट के पिच पर नजर आए थे. मोंगिया टी 20 मैच खेलने वाले पहले क्रिकेटर थे. उन्होंने 2004 में इंग्लैंड के काउंटी क्लब लंकाशायर की ओर से क्रिकेट के इस प्रारूप में खेला था. दिनेश मोंगिया ने 2019 में 42 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. मंगलवार को शिरोमणि अकाली दल नेता और तीन बार के विधायक गुरतेज सिंह गुढियाना, संगरूर सीट के पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा भी बीजेपी में शामिल हो गए.
कांग्रेस में कौन-कौन शामिल हुआ
दिल्ली में अकाली राजनीति के बड़े नेता मनजिंदर सिरसा ने 4 दिसंबर को अमित शाह और जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली थी. अभी बीते शुक्रवार को पूर्व विधायक और अकाली नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ ने बीजेपी का दामन थामा था. उनके साथ पूर्व डीजीपी एसएस विरक भी बीजेपी में शामिल हुए थे.
बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस में शामिल होने वाले भी कम नहीं हैं. आम आदमी पार्टी की बठिंडा देहात से विधायक रूपिंदर कौर रूबी ने 10 नवबर को कांग्रेस की सदस्यता ली थी. इसके बाद रायकोट से आम आदमी पार्टी के विधायक जगतार जग्गा आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. आप विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, पिरमल सिंह खालसा और जगदेव सिंह कमालू पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. इस वजह से 2017 की दूसरे नंबर की पार्टी आप अब तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है.
पंजाब लोक कांग्रेस में भी जा रहे हैं
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस में भी नेता शामिल हो रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही पूर्व सांसद अमरीक सिंह अलीवाल, पूर्व विधायक हरजिंदर सिंह ठेकेदार, प्रेम मित्तल, फरजाना आलम और रजविंदर कौर भागकी ने पंजाब लोक कांग्रेस की सदस्यता ली थी. इनके अलावा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष जगमोहन शर्मा और सतवीर सिंह पाली झिक्की और पंजाब मंडी बोर्ड के विजय कालरा भी पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल हुए थे. कैप्टन की पत्नी परनीत कौर भी उनकी पार्टी में शामिल हो सकती हैं. वो पटियाला से कांग्रेस की सांसद हैं.
नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से लाए गए 3 कृषि कानूनों के विरोध में चले आंदोलन का जोर पंजाब में अधिक था. लोग बीजेपी नेताओं को चुनाव प्रचार तक नहीं करने दे रहे थे. लेकिन इन कानूनों की वापसी के बाद माहौल बदल रहा है. बीजेपी को लगता है कि अब लोग उसकी ओर आएंगे. यही कारण है कि कई पार्टियों के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के कैप्टन अमरिंदर की पार्टी से गठबंधन किया है.