Punjab Assembly Election 2022: पीएम मोदी (PM Modi) ने बुधवार की शाम एएनआई (ANI) को एक इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में पीएम ने परिवारवाद, यूपी चुनाव (UP Election), लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) सहित तमाम मुद्दों पर अपना जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने पंजाब में हुई सुरक्षा में चूक (PM Modi Security Breach) पर अपना जवाब दिया है. ये जवाब एएनआई के साथ इंटरव्यू के दौरान पुछे गए प्रश्न पर पीएम द्वारा दिया गया.
क्या हुआ प्रश्न
पीएम मोदी से पुछा गया, "आप जब गए थे पंजाब तो आपका काफिला ब्रिज पर अटक गया था. आपने किसी ऑफिसर से कहा था अपन सीएम को कहिएगा मैं जिंदा वापस जा रहा हूं. इन्वेस्टिगेशन भी चल रही है इस मामले को लेकर. उस वक्त आपको कैसा महसूस हुआ था. क्योंकि आप पंजाब से पता नहीं कब से जुड़े हुए हैं." इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा, "इस पूरे नार्थ पार्ट से मेरा बहुत निकट नाता रहा है. मैं पंजाब में बहुत रहा हूं. मैं अपनी पार्टी का काम वहां करता था. पंजाब के लोगों की जो वीरता है न मैंने देखी है. पंजाब के लोगों के दिल को मैं जानता हूं."
क्या दिया उदाहरण
पीएम ने सवाल के जवाब में एक उदाहरण पेश करते हुए कहा, "मैं आपको एक उदाहरण देता हूं. मैं अपनी पार्टी का काम करता था. उस समय आतंकवाद के कारण हालत बड़ी खराब थी. शाम के बाद कोई निकल नहीं पाता था. मैं शायद वोगा में था या तरनतारन (Tarn Taran) में था, मुझे याद नहीं है. मुझे अगले स्टेशन पर जाना था. एक कार्यक्रम के कारण देर हो गई. मैं और मेरे ड्राइवर दो ही थे, हम निकले. दुर्भाग्य से हमारी गाड़ी खराब हो गई रास्ते में, हम कोशिश कर रहे थे लेकिन गाड़ी चल नहीं रही थी. उस समय एक पूरानी एम्बेसडर मेरे पास थी. धक्के भी लगाए और कोशिश की तो खेत में दो-तीन लोग थे. वे सरदार थे, वो दौड़ते हुए आए. उन्होंने भी धक्के लगाने में मदद की. लेकिन हमारी गाड़ी नहीं चली. तो हमने कहा हमें नजदीक में कोई मैकेनिक मिलेगा या नहीं. तो उन्होंने कहा साहब बहुत दूर दूर हैं."
सरदारों पर क्या बोले पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, "उन लोगों ने कहा तुम और तुम्हारा ड्राइवर आगे चलो खाना खा लो और रात को रूक जाओ. सरदार परिवार, जिस प्रकार से उन्होंने मुझे संभाला, उन्होंने कहा कुछ भी हो तुम सुबह जाना अब यहीं रूक जाओ. बाद में उनको पता चला मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं. तो उन्होंने कहा ठीक है तुम कुछ भी हो आज रात में यहां रूक जाओ. मैं हैरान हूं उन्होंने मुझे खेत में एक छोटी सी झोपड़ी में रखा और खान-पान की व्यवस्था की. सुबह उनका बेटा जाकर के एक मैकेनिक को ले आया जिसने गाड़ी ठीक की. मैंने पंजाब का ये दिन देखा है जी. मैं इन सरदारों के भावों को जानता हूं मैं. इतने मेरे परिवार हैं सरदार में. मैंने जब लखपत में गुरुद्वारा का भूकंप में नुकसान हुआ था. मैं वहां गया देखने के लिए मुझे बड़ा दर्द हुआ. मैं राजस्थान से कारीगरों को लाया. उसे कहा वैसा ही गुरुद्वारा बना के दो यहां गुरुनानक देवजी के चरण पड़े थे. आज कच्छ के अंदर जो मेरे सरदार परिवार हैं. बहुत बड़ी मात्रा में हैं, जब उनसे बात करता हूं तो उनकी आंखों में आंसू आ जाता है."
क्यों है पीएम को गर्व
पीएम ने कहा, "मैंने एक वर्चुअल मिटिंग में उस गुरुद्वारे में सबसे बात की. मेरा इतना लगाव रहा है जी, आपने देखा होगा एक किताब है मैंने देखी है जी. शायद अंग्रेजों के जमाने में जो सीख कौम के लिए नहीं हुआ है. अंग्रेजों के जमाने में, कांग्रेस के जमाने में तो हुआ ही नहीं है. ऐसे अनेक काम मैंने सीख भाईयों के लिए, उनकी वीरता का सम्मान करने के लिए किए हैं. मुझे गर्व है, चुनाव चुनाव की जगह पर है पर मैं मानता हूं ये मेरे देश के वीर जवान हैं. मेरे देश के सच्चे किसान हैं. उनके कल्याण के लिए मैं जितना कर सकूंगा करता रहूंगा."
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