Punjab News:पंजाब में सहायक प्रोफेसर की आत्महत्या मामले में राजनीतिक घमासान बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक बार फिर पंजाब सरकार को घेरा है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि मृतक बलविंदर कौर के सुसाइड नोट में पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का नाम स्पष्ट रूप से लिखा है. उसपर कार्रवाई की बजाय आप सरकार ने पीड़िता के दुखी परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया है, जो बेहद निंदनीय है.
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सुसाइड नोट को मृत्यु पूर्व दिया गया बयान माना जाता है. मैं इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता लेकिन पंजाब के सीएम भगवंत मान को कानून को अपना काम करने देना चाहिए. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. पंजाब कांग्रेस प्रदर्शनकारी 1158 सहायक प्रोफेसर फ्रंट के साथ एकजुटता से खड़ी है और आगामी विधानसभा सत्र में उनकी मांगों को उठाएगी.
‘शिक्षा मंत्री कितने असंवेदनशील’
बाजवा ने आगे कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पिछले दो महीने से हरजोत सिंह बैंस के पैतृक गांव गंभीरपुर में धरना प्रदर्शन कर रखा है. शिक्षा मंत्री समय-समय पर अपने शहर का दौरा करते रहते हैं लेकिन दुर्भाग्य से इन प्रदर्शनकारी शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों की भलाई के बारे में कभी नहीं पूछते. इससे पता चलता है कि शिक्षा मंत्री कितने असंवेदनशील हैं.
धरने में शामिल हुए बाजवा
आपको बता दें कि 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर फ्रंट ने गांव गंभीरपुर में धरने दे रखा है. सोमवार को प्रताप सिंह बाजवा भी इस धरने में शामिल हुए. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी देते हुए कहा कि प्रोफेसर बलविंदर कौर की आत्महत्या के लिए न्याय दिलाने के संघर्ष में अपने साथियों को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया. मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपकी जायज मांगों की आवाज विधानसभा के अंदर और बाहर पुरजोर तरीके से उठाता रहूंगा.
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