Punjab News: पंजाब में आज मणिपुर में हुई हिंसक झड़पों और महिलाओं के साथ हुए क्रूर व्यवहार को लेकर बंद करने का आह्वान किया गया है. वाल्मीकि और ईसाई समुदाय की तरफ से पंजाब बंद का आह्वान किया गया है. इन समुदायों से जुड़े नेताओं का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार दलित महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने में नाकाम रही है. जिसपर सुप्रीम कोर्ट को खुद संज्ञान लेना पड़ा. वाल्मीकि और ईसाई समुदाय का नगर निगम की सफाई यूनियनों और नेताओं ने भी समर्थन किया है. 


दुकानें बंद रखने का आग्रह


वाल्मीकि संगठनों ने दुकानदारों से दुकानें बंद रखने का आग्रह किया है. इसके अलावा पुलिस ने जनता को सुरक्षित होने का एहसास करवाने को लेकर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला. वहीं डीसीपी जगमोहन सिंह की तरफ से कहा गया है कि बंद की कॉल देने वाले समूह संगठन शांतिपूर्ण ढंग से ही बंद करवाये. वहीं बंद के दौरान जरूरी घरेलू सामान, दवाई व दूध की दुकानों को छूट दी गई है. इसके अलावा सरकारी स्कूल रोजाना की तरह खुले रहने वाले है. वहीं इमरजेंसी सेवाओं एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड को भी नहीं रोका जाएगा. 


शहर में निकाला फ्लैग मार्च


पंजाब में 9 अगस्त को ईसाई और वाल्मीकि समुदाय के बंद को लेकर अमृतसर में फ्लैग मार्च निकाला गया. लेकिन पुलिस की तरफ से कहा गया कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर फ्लैग मार्च निकाला गया है. बंद की वजह से शहर को तीन तीन जोन में बांटा गया है. एडीसीपी रैंक के अधिकारी को हर जोन का इंचार्ज बनाया गया है. वहीं ईसाई और वाल्मीकि संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को डीसी अमित तलवाड़ को ज्ञापन सौंपा.


बाइबल लेकर करेंगे प्रदर्शन


ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि वो सड़कों पर अपने हाथों में अपना पवित्र ग्रंथ बाइबल लेकर प्रदर्शन करेंगे. वो शांतिमय तरीके से अपना विरोध जताएंगे. 


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