Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सोमवार को कड़ाके की ठंड के बीच पंजाब के आदमपुर से आगे बढ़ी. इस दौरान, कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू (Navjot Kaur Sidhu) सहित बड़ी संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए.‘भारत जोड़ो यात्रा’ जालंधर के काला बकरा इलाके से शुरू हुई. इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सहित कई पार्टी नेताओं को राहुल के साथ चलते देखा गया.
यात्रा के बीच राहुल ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम की बहन स्वर्ण कौर और कांशीराम फाउंडेशन के अध्यक्ष लखबीर सिंह से भी मुलाकात की. पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने होशियारपुर में यात्रा में हिस्सा लिया. वह राहुल के साथ कुछ दूरी तक पदयात्रा करती दिखीं. नवजोत सिंह सिद्धू 1988 के रोड रेज मामले में फिलहाल एक साल की जेल की सजा काट रहे हैं. वह पटियाला केंद्रीय कारागार में बंद हैं.
यात्रा में अमृता वडिंग ने लिया हिस्सा
यात्रा में वडिंग की पत्नी अमृता वडिंग और इतिहासकार एस इरफान हबीब ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान, राहुल ने अधिवक्ताओं के समूह, शोधकर्ताओं और मनरेगा मजदूरों से भी मुलाकात की.यात्रा अपने पंजाब चरण के तहत दिन में होशियारपुर जिले में दाखिल हुई और यह उर्मर टांडा में रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी. इससे पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिल्ली में रोड शो को लेकर उनपर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, “यह इवेंट मैनेजमेंट है. इससे साबित होता है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को मिली शानदार प्रतिक्रिया से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में बेचैनी है.”
कन्याकुमारी से शुरू हुई थी यात्रा
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख वडिंग ने कहा, “पंजाब में यात्रा को भारी समर्थन मिल रहा है. कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में लोग राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए बाहर आए.”उन्होंने बताया कि यात्रा मंगलवार को मुकेरियां पहुंचेगी और फिर हिमाचल प्रदेश में दाखिल होगी.वडिंग ने कहा कि 19 जनवरी को पठानकोट में रैली होगी, जिसके बाद यात्रा जम्मू में प्रवेश करेगी.तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर 2022 को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी 2023 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होगी, जब राहुल वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.यह यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर गुजर चुकी है.