Punjab News: जालंधर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद प्रदेश बीजेपी ने पार्टी में बड़ा फेरबदल किया है. एक तरफ जहां शिरोमणि अकाली दल से दोबारा गंठबंधन के लिए इनकार कर दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ अब 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी भी शुरू कर दी है. जिसको लेकर प्रदेश बीजेपी में 169 एग्जीक्यूटिव मेंबर और 23 स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं. पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को भी नई जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. 


इन्हें बनाया गया स्थायी आमंत्रित सदस्य


कैप्टन अमरिंदर सिंह,  सनी देओल, सुनील जाखड़, अविनाश राय खन्ना, मनोरंजन कालिया, तरुण चुघ,श्वेत मलिक,इकबाल सिंह लालपुरा, चरणजीत सिंह अटवाल, स. मनप्रीत सिंह बादल, प्रो राजिंदर भंडारी, एस. राजिंदर मोहन सिंह चिन्ना, एस. जसविंदर सिंह ढिल्लोंएस. हरजीत सिंह ग्रेवाल, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, अमनजोत कौर रामूवालिया, जयवीर सिंह शेरगिल, सोम प्रकाश, भगत चुन्नी लाल, जंगी लाल महाजन, लक्ष्मीकांत चावला, तीक्ष्ण सूद,एस. और सरबजीत सिंह विर्क शामिल हैं. 


अकाली दल से नहीं होगा गठबंधन


जालंधर लोकसभा उपचुनाव के बाद अब ये और ज्यादा साफ हो गया है कि बीजेपी अकाली दल को साथ लेकर नहीं चलने वाली है. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत आम आदमी पार्टी का जहां 34.1 प्रतिशत रहा तो कांग्रेस को 27.4 प्रतिशत और अकाली दल-बसपा गठबंधन का 17.9 प्रतिशत तो बीजेपी का सिर्फ 15.2 वोट प्रतिशत प्रतिशत रहा. इन नतीजों को देखते हुए बीजेपी ने अकाली दल से गठबंधन की संभावना से इनकार कर दिया है. 


आंदोलन के समय टूटा था गठबंधन


आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को लागू करने के बाद किसानों ने इन्हें वापस लेने के लिए प्रदर्शन किया था. किसानों का समर्थन करते हुए अकाली दल ने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था. फिर साल 2022 में अकाली दल ने बसपा से गठबंधन किया. 


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