Punjab News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने किसानों से कम कीमत पर धान की खरीद को लेकर राज्य की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की शनिवार को आलोचना की और धान उत्पादकों की दुर्दशा का मुद्दा नहीं उठाने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा. किसानों की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग के बीच जाखड़ ने कहा कि पंजाब में गेहूं और धान पर एमएसपी की गारंटी है.
सुनील जाखड़ ने 'एक्स' पर एक वीडियो जारी कर कहा कि प्रत्येक अनाज की खरीद एमएसपी पर की जाती है, लेकिन इस बार ऐसा क्या हुआ कि किसानों को (धान पर) प्रति क्विंटल 200 से 350 रुपये की कटौती का सामना करना पड़ा. जाखड़ ने सवाल किया इस पर कांग्रेस सांसदों ने विरोध-प्रदर्शन क्यों नहीं किया? क्या किसानों की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी नहीं है? उन्होंने आरोप लगाया, 'एक जिम्मेदार विपक्ष की तरह काम करने के बजाय कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहना चुना. हमें समाज के वंचित वर्गों के लिए आवाज उठाने वालों की जरूरत है और अब किसानों के लिए आवाज उठाने का समय आ गया है.
'AAP की मंशा साफ नहीं है’
जाखड़ ने कहा कि केंद्र ने धान खरीद के लिए राज्य को 44 हजार करोड़ रुपये भेजे हैं. उन्होंने कहा कि किसी ने भी किसानों के लिए आवाज नहीं उठाई. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में लोगों की आवाज उठाने की हिम्मत नहीं है, जबकि 'आप' की मंशा साफ नहीं है. आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए जाखड़ ने किसानों से भगवंत मान सरकार से एमएसपी का हिसाब लेने को कहा.
इससे पहले कांग्रेस के सांसदों ने धान खरीद में कथित देरी और उर्वरक की कमी के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन किया था. उन्होंने सरकार से उन किसानों को मुआवजा देने की बात कही थी, जिनकी फसल को एमएसपी पर बेचने को मजबूर होना पड़ा. सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इसके लिए बीजेपी और पंजाब की आप सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
यह भी पढ़ें: पंजाब में सब्सिडी का 95 प्रतिशत बिजली पर खर्च, सभी राज्यों को किया पीछे