पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुरुवार को हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित गृहमंत्रियों के सम्मेलन में शामिल हुए. इस बैठक में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सामने पंजाब से जुड़े कई मामले रखे. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और फेंसिंग के बीच की दूरी घटाने की मांग की. उन्होंने मांग की कि इस दूरी को घटाकर 100-150 मीटर कर दी जाए. उनका कहना था कि अभी कई जगह यह दूरी एक किलोमीटर तक है. इसके अलावा उन्होंने पंजाब में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और सीमा सुरक्षा बल के रिजिनल केंद्र खोलने की मांग की.


भगवंत मान की मान


पंजाब के 553 किलोमीटर इलाके से लगती है अंतरराष्ट्रीय सीमा. इसे देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह मांग की है. अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और फेंसिंग के बीच की दूरी घटने से उन किसानों को फायदा होगा जिनकी जमीन फेंसिंग के उस पार है. इसके अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को भी तस्करी और सुरक्षा इंतजामों में राहत मिलेगी. 


इसके अलावा भगवंत मान ने पठानकोट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का रीजनल सेंटर खोलने की भी मांग की है. उन्होंने वहां बीएसएफ का रीजनल हेडक्वार्टर बनाने की भी मांग की. उनका कहना था कि पठानकोट में एनएसजी केंद्र की स्थापना से पूरे उत्तर भारत में किसी भी आतंकवादी गतिविधि से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है. इसके अलावा पंजाब को कैटेगरी A में रखने की भी मांग उठाई.


कहां चिंतन कर रहे हैं देशभर के गृहमंत्री


राज्यों के गृहमंत्रियों के दो दिन का चिंतन शिविर हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुंड में आयोजित किया जा रहा है. अमित शाह इसमें आज भी हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस चिंतन शिविर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. इस 'चिंतन शिविर' का उद्देश्य 'विजन 2047' और 'पंच प्रण' को लागू करने के लिए खाका तैयार करना है. जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से की थी. 


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