Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने बीजेपी पर गुरुवार को संघवाद पर हमला करने और विपक्षी पार्टियों द्वारा शासित राज्यों की सरकार के काम में बाधा डालने के लिए राज्यपाल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. सीएम मान ने इस बात पर जोर दिया कि केवल उन लोगों को लोकतंत्र में शासन करने का अधिकार है जिन्हें जनता ने चुनकर भेजा है. सीएम मान ने ये बातें केरल के सीएम पिनाराई विजयन (Pinrai Vijayan) के नेतृत्व में एलडीएफ के विरोध प्रदर्शन में कही.
सीएम मान ने कहा कि उन्हें पंजाब के लिए नीतियां बनाने की जगह जंतर-मंतर पर आने के लिए मजबूर किया गया. हमें अपने सचिवालयों में नीतियां बनानी चाहिए थी लेकिन हम अपना अधिकार मांगने के लिए यहां आए हैं. सीएम मान ने कहा कि देश को बचाने के लिए सभी को एकजुट रहना जरूरी है. सीएम मान ने कहा कि पंजाब के गवर्नर ने कहा था कि विधानसभा का सत्र अवैध था इसलिए हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा. पंजाब में बीजेपी कहीं नहीं है. वहां उसके केवल दो विधायक है. जहां बीजेपी नहीं होती, तो राज्यपाल विपक्ष की भूमिका में होते हैं. सीएम मान ने कहा कि जो जनता द्वारा चुनकर आएंगे वे ही लोकतंत्र में शासन करंगे. आप ऐसे हुक्म नहीं चला सकते हैं. सीएम मान ने आगे राज्यपाल पर हमला करते हुए कहा कि आप किसी विधेयक को रोककर नहीं रख सकते.
मेयर चुनाव को लेकर सीएम मान ने कही यह बात
सीएम मान ने 30 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव से जुड़े विवाद का भी उल्लेख किया. चंडीगढ़ में बीजेपी के मनोज सोनकर ने आप के कुलदीप कुमार को हराया है. यहां 8 वोट अवैध घोषित कर दिए गए. विपक्ष ने पीठासीन पदाधिकारी पर बैलट पेपर के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं और यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी गया था. सीएम मान ने कहा कि आपने देखा कि चंडीगढ़ में क्या हुआ. उन्हें 36 वोटों की गिनती करनी थी और उन्होंने करीब 25 प्रतिशत वोटों का घोटाला किया. मान ने लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि मई में 90 करोड़ वोटों की गिनती होने वाली है.
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