पंजाब और हरियाणा के बीच लंबे समय से चला आ रहा सतलुज-यमुना लिंक विवाद (SYL Canal Dispute) थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को पंजाब सीएम भगवंत मान ने फिर दोहराया कि पंजाब के पास अन्य राज्यों के साथ साझा करने के लिए एक बूंद भी अतिरिक्त पानी नहीं है. उन्होंने कहा कि नदी के जल पर राज्य के हितों की हर तरह से रक्षा की जायेगी. आप नेता ने कहा कि भूजल के घटने और नहरों के सूखने की वजह से  राज्य को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में पंजाब के पानी को किसी अन्य राज्य के साथ पानी साझा करने का सवाल ही नहीं उठता. सीएम मान ने 3,910 मास्टर कैडर शिक्षकों को जॉब लेटर सौंपने के बाद यह बात कही.


'सरकार ने पूरा किया अपना अहम वादा'
मान ने कहा कि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हमने वादा किया था कि हम एक साल के अंदर 25000 नौकरियां देंगे, हमने लगभग 9 महीने के अंदर ही अपना वादा पूरा किया है. बता दें कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री  गजेंद्र सिंह शेखावत ने सतलुज-यमुना लिंक विवाद को सुलझाने के लिये दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक संयुक्त बैठक की थी, लेकिन दोनों नेता अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे.


खट्टर बोले- पानी लेना हरियाणा का अधिकार
एक तरफ जहां पंजाब के सीएम मान ने कहा कि उनके पास हरियाणा को देने के लिए एक बूंद भी अतिरिक्त पानी नहीं है, वहीं हरियाणा सीएम मनोहर  लाल खट्टर ने कहा कि  नहर का निर्माण और उसके जरिए पानी लेना हरियाणा का अधिकार है. वहीं गुरुवार को किसी का नाम लिए बगैर मान ने जॉब लेटर बांटने के दौरान कहा कि जिन लोगों ने राज्य की संपदा को बेरहमी से लूटा है, उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.  इस दौरान मान ने यह भी कहा कि  राज्य सरकार जल्द ही लगभग 23000 अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करेगी.


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