Advocate General of Punjab: पंजाब (Punjab) में विनोद घई (Vinod Ghai) के नए एडवोकेट जनरल (Advocate General) बनाए जाने पर विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया है. ऐसे में पंजाब सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने अपने बयान से विरोधों को दरकिनार कर दिया है. गुरुवार को सीएम ने चंडीगढ़ में कहा कि विनोद घई ही पंजाब (Punjab) के अगले एडवोकेट जनरल होंगे. घई एक काबिल वकील हैं और वह पंजाब सरकार का पक्ष मजबूती से कोर्ट में रखेंगे. वहीं घई की नियुक्ति का राजनीतिक और सिख संगठन के लोग विरोध कर रहे हैं. सिख संगठन का तर्क है कि वह राम रहीम के वकील रह चुके हैं इसलिए उन्हें पंजाब का एडवोकेट जनरल (Advocate General) नहीं बनाना चाहिए. 


हरियाणा हाईकोर्ट के क्रिमिनल लॉयर है विनोद घई
सीनियर एडवोकेट विनोद घई पंजाब के चंडीगढ़ शहर के रहने वाले हैं. जो हरियाणा हाईकोर्ट के क्रिमिनल लॉयर हैं. वहीं पद छोड़ने की वजह बताते हुए अनमोल रतन सिद्धू ने बताया कि, इसके पीछे कोई बड़ी वजह नहीं है. वो अपने प्रोफेशन में ज्यादा बिजी रहने लगे थे. इस वजह से उन्हें पद छोड़ना पड़ रहा है. बता दें कि वो पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला कत्ल केस में सरकार पैरवी कर रहे थे.


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सिद्धू मूसेवाला के मर्डर केस में निभाई अहम भूमिका
बता दें कि 29 मई को पंजाबी गायक सिद्धू मूस वाला की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद अनमोल सिद्धू ने पंजाब पुलिस को दिल्ली की तिहाड़ जेल से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वहीं खबरों के अनुसार सिद्धू का कुछ IAS अधिकारियों के साथ विवाद भी था. इसे उनके इस्तीफे का एक बड़ा कारण माना जा रहा है. हालांकि अनमोल रतन सिद्धू के जाने को भगवंत मान सरकार के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि कथित बेअदबी जैसे कई संवेदनशील मामले अदालत में पेंडिंग हैं.



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