Punjab News: पंजाब कांग्रेस में आपसी खींचतान बढ़ती जा रही है. नवजोत सिंह सिद्धू और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के बीच तरकार कम होने का नाम नहीं ले रही है. अभी दो दिन पहले ही राजा वडिंग की तरफ से सिद्धू के दो करीबी नेताओं को निलंबित कर दिया गया. वे वही नेता थे, जिन्होंने मोगा में नवजोत सिंह सिद्धू की रैली का आयोजन किया था. पार्टी लीक से हटकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर दोनों नेताओं पर कार्रवाई की गई है. इसको लेकर सिद्धू ने शायराना अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि न मैं गिरा न मेरी उम्मीदों का कोई मीनार गिरा पर, मुझे गिराने की कोशिश में हर शख्स बार-बार गिरा.
अभिनेता सोनू सूद की बहन ने की थी शिकायत
बता दें कि मोगा में 21 जनवरी को नवजोत सिंह सिद्धू ने एक रैली को संबोधित किया था. रैली के आयोजक महेश इंद्र सिंह और उनके बेटे धर्मपाल सिंह थे. मोगा में रैली को लेकर अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद ने पार्टी से इसकी शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि मोगा में की गई रैली में कांग्रेस के किसी नेता को आमंत्रण नहीं दिया गया. इसके साथ ही उन्होंने रैली में लगे पोस्टर में अपनी फोटो न होने पर भी आपत्ति जताई. जिसके बाद राजा वडिंग ने कार्रवाई करते हुए इस रैली के आयोजनकर्त्ता पूर्व विधायक महेश इंद्र सिंह और उनके बेटे धर्मपाल सिंह को निलंबित कर दिया.
‘हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू से जवाब क्यों नहीं मांगता’
राजा वडिंग की ओर से पार्टी से निलंबित किए जाने पर महेश इंद्र सिंह का कहना है कि रैली जब नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से की गई तो हाईकमान उनसे कोई जवाब क्यों नहीं मांगता, उनपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं करता. वहीं राजा वडिंग की तरफ से कहा गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर किसी भी नेता को बक्शा नहीं जाएगा.