Punjab News: पंजाब कांग्रेस की मुश्किलें फिर से बढ़ती नज़र आ रही हैं. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को निशाने पर ले लिया है. सुनील जाखड़ ने चन्नी पर समझौतावादी सीएम होने के आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही सुनील जाखड़ ने सरकार चलाने को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.


सुनील जाखड़ ने एपीएस देओल के इस्तीफे पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा, ''एक समझौतावादी अधिकारी की वजह से समझौतावादी सीएम पर लगा पर्दा हट चुका है. आखिर में ये सरकार किसकी है.''



दरअसल सुनील जाखड़ का निशाना चरणजीत सिंह के नवजोत सिंह सिद्धू की मांगों के सामने झुकने को लेकर है. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि जब तक एपीएस देओल का इस्तीफा नहीं हो जाता तब तक वह पार्टी ऑफिस में जाकर कामकाज शुरू नहीं करेंगे. मंगलवार को चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने सिद्धू की मांग को स्वीकार करते हुए एपीएस देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया.


सीएम की रेस में शामिल थे सुनील जाखड़


सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और उन्हें हटाकर ही नवजोत सिंह सिद्धू को जुलाई में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद से सुनील जाखड़ कई मौकों पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. इतना ही नहीं अमरिंदर को जब सीएम पद से हटाया गया तो सुनील जाखड़ का नाम भी सीएम की रेस में शामिल था. हालांकि सुनील जाखड़ को सिद्धू का समर्थन हासिल नहीं हुआ.


सुनील जाखड़ एक वक्त पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के काफी नजदीकी हुआ करते थे. जाखड़ ने हालांकि अमरिंदर सिंह को भी कांग्रेस छोड़ने पर निशाने पर लिया. 2019 के लोकसभा चुनाव में जाखड़ को गुरदासपुर से सनी देओल के सामने हार का सामना करना पड़ा था और इसके बाद पार्टी पर उनकी पकड़ कमजोर हुई.


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