punjab news: पंजाब पुलिस के  DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने लुधियाना बम धमाके पर बात करते हुए बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि लुधियाना अदालत में हुए बलास्ट के तार जर्मनी और पाकिस्तान से जुड़े हैं. जर्मनी में जसविंदर सिंह मुलतानी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है. जसविंदर सिंह मुलतानी का संबंध सिख फॉर जस्टिस से है और जर्मनी में कई सालों से रह रहा है. वहां पर वह कपड़े और पिज्जा से जुड़े काम करता है. डीजीपी ने बाताया कि ये सिर्फ जर्मनी और लुधियाना की बात नहीं है. ये नार्को टेरेरिज्म है. पाकिस्तान से नशीले पदार्थ के साथ- साथ हथियार भी भेजे जा रहे हैं. पंजाब में जब आंतकवाद था तो पाकिस्तान की तरफ से हथियार और  गोला बारूद की ज्यादा तस्करी की जाती थी. ड्रोन से समान भेजे जा रहे हैं. ये लोग गैंगस्टर को ढूंढ कर अपना निशाना बनाते हैं. पाकिस्तान से आईएसआई आईडेंटिफाई करके इनको ढूंढ कर निकालते हैं और काम करवाते हैं.


डीजीपी ने बताया कि अब पंजाब के हर जिले में पुलिस को दुगना एक्टिव कर दिया गया है. एसएफजे (सिख फॉर जस्टिस ) वाले हमारे नौजवानों को गुमराह करते हैं, खुद तो विदेशों में महलों में रहते हैं और गुरुओं के नाम पर हमारे नौजवानों को भटकाते हैं. ऐसे मामलों में पुलिस ही नहीं आम नागरिकों को भी एक्टिव होना होगा. अगर किसी व्यक्ति पर आपको संदेह लगता हो तो उसके बारे में तुरंत पुलिस के कंट्रोल रूम में जानकारी दें. पंजाब में चुनाव का समय है. इसलिए पाकिस्तान भी नहीं चाहता कि यहां शांति हो. हमारी पुलिस पूरी तरह से तैयार है. हम चुनाव शांति के माहौल में कराएंगे.


डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने बाताया कि लुधियाना अदालत धमाका मामले में विस्फोटक कहां से आया ये हमें पता चल गया है. बहुत जल्द इसका खुलासा किया जाएगा. जांच जारी है. हमारी जांच काफी आगे जा चुकी है. बहुत जल्द खुलासा किया जाएगा. जर्मनी में सैंट्रल की एंजेसी जसविंदर सिंह मुलतानी से पूछताछ कर रही है. पंजाब ही नहीं पंजाब के बाहर भी दिल्ली, मुंबई में सीरियल ब्लास्ट की योजना थी. इसमें कोई शक नहीं है.  इसमें हम कारवाई कर रहे हैं. इसमें अहम रोल पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई का है.


डीजीपी ने कहा कि हमारे सूत्रों से पता चला है कि  गैंगसटर हरविंदर सिंह रिंदा जो कि महाराष्ट्र का रहने वाला है और चंडीगढ में भी कई मामले उस पर दर्ज हैं. वह आज कल लाहौर में है. रिंदा ने बम तैयार करके भेजा है, ऐसा नहीं पर ये  सारी साजिश रिंदा की है. ये पूरी साजिश तीन महीने में नहीं हुआ है. ये काफी समय से पहले चल रहा था.पंजाब की जेलों में ये सारी प्लानिंग होती है. जेलों में फोन का इस्तेमाल होता है. इस पर गृह मंत्री से मुलाकात हुई है और इस पर कारवाई चल रही है. क्लीनअप ऑपरेशन चल रहा है और बहुत जल्द ये होगा.  पंजाब बॉर्डर स्टेट है और पाकिस्तान की तरफ से हर रोज हथियार, ड्रोन व हेरोइन आ रही है. इस पर काम कर रहे हैं.  ड्रोन को रोकने के लिए काम कर रहे हैं. केंद्र सरकार से बात चल रही है. किस तकनीक से इसको रोका जा सकता है इस पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत चल रही है.


पंजाब में विक्रम सिंह मजीठिया अकाली दल के विधायक पर एफआईआर दर्ज करने के बाद जो बातें सियासत के लोग कर रहे हैं इस पर भी डीजीपी ने जवाब दिया कि हम हर जगह सही कारवाई कर रहे हैं, जो मेरा फर्ज है. कानून को कायम रखना है वह मैं कर रहा हूं. मैं यहां अपनी मर्जी से नहीं आया. मुझे सरकार ने यह जिम्मेदारी दी है. कुछ अफसर हैं जिनकी कमजोरियां हैं उसके चलते वे उनके दबाव में आ गए और कुछ ऐसे नोट लिख दिये जो गलत थे.  एक एडिशनल डीजी लेवल का अफसर कुछ गलत लिखेगा तो उसको डीजी लेवल का अफसर ही ओवर रूल कर सकता है. विक्रम सिंह मजीठिया मामले हमने केस दर्ज किया है. जांच में हो सकता है कि उसमें कुछ न निकले,  हमारे सामने कुछ न आएं. कोई ये न सोचे कि हम रंजिश से कोई कारवाई कर रहे हैं, अगर गिरफ्तारी की जरूरत पड़ी तो करेंगे.


डीजीपी ने कहा कि मैं देश की सेवा कर चुका हूं उसके लिए मैं संतुष्ट हूं, मैं बहुत खुश हूं. अगर मुझे मौका दोबारा मिलेगा तो ठीक है. भगवान ने और देश ने मुझे बहुत अच्छे मौके दिये हैं. आगे मौका मिलेगा तो ठीक है नहीं तो मैं खुशी से घर बैठूंगा और एक साधारण जिंदगी बिताऊंगा. मैंने अपना फर्ज निभाया है. अगर कोई पुलिस अफसर अपना फर्ज निभाये और उसके लिए उसके साथ दुश्मनी हो जाए तो ये देश को देखना है, ऐसे में तो इस देश में अफसर और जवान काम करना बंद कर देंगे. अगर मेरे साथ कोई दुश्मनी करता है तो ये भारत की जनता ने देखना है कि मुझे बचाना है या फिर मेरे खिलाफ कुछ करना है.


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