Punjab News: पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने केंद्र में जाने की इच्छा जताई है. डीजीपी भावरा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा है. मूसेवाल की हत्या के बाद से राज्य में भावरा से पंजाब सरकार नाराज चल रही है. कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा है. वहीं इसका असर संगरूर उपचुनाव में भी देखने को मिला है.
वहीं पंजाब में नए डाजीपी को लेकर रेस शुरू हो गई है. इसमें आईपीएस हरप्रीत सिंह सिध्दू और गौरव यादव का नाम सबसे ऊपर चल रहा है. गौरव यादव को कुछ समय पहले ही स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया जा गया है. वहीं हरप्रत के पास एसटीएफ चीफ का पद है.
सरकार किसी भी डीजीपी-रैंक के अधिकारी को छह महीने तक राज्य बल के प्रमुख के रूप में पोस्ट कर सकती है. इस समय के दौरान उसे तीन अधिकारियों को शॉर्ट-लिस्ट करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को अधिकारियों का एक पैनल भेजना होगा. जिनमें से एक को राज्य सरकार द्वारा DGP पद के लिए चुना जाएगा.
हालांकि यह तर्क दिया जाता है कि डीजीपी भवरा अपराध की घटनाओं और राजनीतिक रस्साकशी का सामना करने में खुद को सक्षम नहीं कर पाए हैं, उन्हें बदलना आसान नहीं हो सकता है. एक तर्क यह है कि कोई भी बड़ी घटना फिर से हो सकती है क्योंकि अमेरिका स्थित खालिस्तानी समूहों के अलावा गैंगस्टर और आतंकी संगठन परेशानी पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. वहीं पाकिस्तान स्थित एजेंसियां मदद कर रही हैं जो पंजाब में हथियारों और ड्रग्स की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं.
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