Punjab Doctors Strike Latest News: पंजाब में सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों ने रविवार को कहा कि वे पदोन्नति समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए सोमवार से तीन दिनों के लिए पूरे राज्य में बाह्य रोगी विभाग (OPD) की सेवाएं निलंबित रखेंगे. चिकित्सकों के यूनियन ने कहा कि पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज (PCMS) एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित इस विरोध प्रदर्शन के तहत जिला, उपमंडलीय अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुधवार तक रोजाना तीन घंटे ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहेंगी.


यूनियन ने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा वादा किए गए सुरक्षा उपायों को अभी तक जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया गया है. इसके अलावा समय पर पदोन्नति के संबंध में कोई औपचारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है, जो चल रहे विरोध प्रदर्शनों की एक प्रमुख मांग है. 


मांगे न मानने पर 12 सितंबर से पूर्ण हड़ताल की चेतावनी
पीसीएमएस एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन ने कहा कि यूनियन ने पहले ही नौ सितंबर से अनिश्चित काल के लिए चिकित्सा सेवाएं निलंबित करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा, "पूर्ण रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल के बजाय हम अगले तीन दिनों के लिए सुबह आठ बजे से 11 बजे तक बाह्य रोगी विभाग की सेवाएं निलंबित रखेंगे."


सरीन ने कहा कि आपात चिकित्सा सेवाएं जारी रहेंगी.  उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के आह्वान में बदलाव स्वास्थ्य मंत्री की अपील तथा बुधवार को मंत्रिमंडल की उप समिति के प्रमुख एवं वित्त मंत्री के साथ बैठक के निमंत्रण के मद्देनजर किया गया है. पीसीएमएस ने चेतावनी दी कि यदि 11 सितंबर की बैठक में कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला तथा पदोन्नति संबंधी अधिसूचना जारी नहीं की गई तो 12 सितंबर से पूर्ण हड़ताल शुरू की जाएगी.


बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की तरफ से शनिवार देर शाम एक पत्र जारी किया गया था. जिसमें उन्होंने समितियों का गठन करने के आदेश दिए थे. स्वास्थ्य मंत्री के पत्र में लिखा था कि अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर कमेटी और हिंसक घटनाओं को राकने के लिए कमेटी गठित होगी. पंजाब के सभी सिविल सर्जनों को डीसी के अंतर्गत कमेटी बनाने के लिए कहा गया. 


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