Punjab Assembly Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को हराने वाले आप प्रत्याशी लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) की हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल लाभ सिंह उगोके की चर्चा इसलिए भी हुई क्योंकि कि उनकी मां बलदेव कौर (Baldev Kaur) गांव की एक स्कूल में सफाईकर्मी है. बेटे के चुनाव में जीत और विधायक बनने के बाद भी बलदेव कौर सफाई कर्मचारी की नौकरी नहीं छोड़ना चाहती हैं.
बलदेव कौर ने कहा, "सभी को लगा कि मैं अपने बेटे की जीत के एक दिन बाद काम पर नहीं आऊंगी, लेकिन मैंने बोल दिया है कि मैं नहीं, मेरा बेटा विधायक बना है. मैं अभी भी एक संविदा सफाई कर्मचारी हूं. मुझे अपनी नौकरी क्यों छोड़नी चाहिए?" बलदेव कौर पिछले 22 सालों से बरनाला जिले के अपने पैतृक गांव उगोके में स्कूल में काम कर रही हैं, हालांकि वह अपनी सेवाओं को नियमित नहीं करने के कारण सरकार से नाराज हैं.
मैं जो कर रही हूं, उस पर मुझे गर्व है: बलदेव कौर
बलदेव कौर का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे से स्पष्ट रूप से कहा है कि वह अपनी नौकरी नहीं छोड़ेगी. उन्होंने कहा, "मैं जो कर रही हूं, उस पर मुझे गर्व है. जब हमारा परिवार अपना गुजारा करने के लिए संघर्ष कर रहा था, तो इस दौरान मेरी नौकरी आय का एक महत्वपूर्ण जरिया था." वहीं बलदेव कौर के पति और लाभ सिंह उगोके के पिता दर्शन सिंह मजदूरी करते थे, लेकिन हाल ही में एक आंख की सर्जरी के बाद उन्होंने काम करना बंद कर दिया है.
"पंजाबवासियों को आप सरकार से काफी उम्मीदें"
बलदेव कौर ने कहा, "हमने अपना सारा जीवन गरीबी में गुजारा है और सबसे बुरे दिनों को देखा है. मैंने लाभ से कहा है कि यह मत भूलो कि हम कहां के हैं. उसे दलितों के लिए लड़ना चाहिए." दूसरी तरफ लाभ सिंह के पिता दर्शन सिंह भी खुश हैं, लेकिन भविष्य की चुनौतियों को लेकर आशंकित भी हैं. उनका कहना है कि सिस्टम को बदलना इतना आसान नहीं है. पंजाबवासियों को आप सरकार से काफी उम्मीदें हैं. मैं इसकी सफलता के लिए प्रार्थना करता हूं. आपको बता दें कि लाभ सिंह उगोके खुद गांव में एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं. लाभ सिंह उगोके ने बरनाला जिले के भदौड़ सीट से मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 37,000 से ज्यादा वोटों से हराया है.
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