Punjab Election: पंजाब विधान सभा में कुछ ही समय बाकी रहा गया है. ऐसे में प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियाँ अपने मतदाओं को अपने पाले में करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना शुर कर दिया है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों में आक्षेप-पटाक्षेप का दौर शुरू हो चुका है. कल शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने चुनाव प्रचार के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस विधान सभा चुनावों में मुख्यमंत्री का नाम बताने की चुनौती दी.


वहीं उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जनता के बीच ना केवल अपना अपना बल्कि राज्य के नेताओं में भी अपना विश्वास खो चुके हैं. उन्होंने वादा किया कि अगर राज्य में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन की सरकार बनती है, तो कंडी क्षेत्र में विकास मंत्रालय बनाया जाएगा.


वह कल शाम चौरासी में मोहिंदर सिंह संधार के पक्ष में जबकि होशियारपुर के वरिंदर सिंह परिहार के पक्ष में पब्लिक मीटिंग को संबोधित कर रहे थे. जिसके बाद वह मेदिअसे मुखातिब हुए. जहां उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में कांग्रेस बगैर किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाये चुनावों में उतरी थी. उन्होंने पंजाब मुख्यमंत्री पर कई गंभीर आरोप लगते हुए कह कि 'चन्नी कुर्सी पर टिके रहना चाहते हैं लेकिन पार्टी नेतृत्व उन्हें वास्तविक मुख्यमंत्री के तौर अपर नहीं देखता हैं. वहीं पंजाब कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू हर दिन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का का लगातार अपमानित कर रहे हैं. 


द ट्रिब्यून में छपी खबर के मुताबिक जब उनसे पार्टी छोड़ कर बीजेपी सह्मिल होने वाले नेताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, वह चुनाव में अपनी जमानती खो देंगे, हम छूरा घोपने वालों में से किसी को भी पार्टी में वापस नहीं लेंगे. 


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