ED Raid In Punjab: CM चन्नी के रिश्तेदार पर ED के छापे को कांग्रेस ने बताया 'प्रतिशोध', कहा- बेतुके हैं आरोप
ED Raids In Punjab: ED की कार्रवाई पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी दो वर्गों- किसानों और दलितों-पिछड़ों से बदला ले रही है.
Punjab News: पंजाब में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Punjab) से पहले मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) के एक रिश्तेदार के यहां छापा मारा. जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी अवैध रेत खनन के सिलसिले में हुई है. ईडी ने मंगलवार सुबह अवैध बालू खनन के मामले में सीएम चरणजीत चन्नी के भतीजे के घर के अलावा 10 और ठिकानों पर छापेमारी की.
वहीं ED की कार्रवाई पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी दो वर्गों- किसानों और दलितों-पिछड़ों से बदला ले रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से दलितों-पिछड़ों और किसानों ने बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाने पर फैसला कर लिया है उसी तरह इनका हमला बढ़ता जा रहा है. ED को 'इलेक्शन डिपार्टमेंट' कहते हुए पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- 'हिन्दुस्तान के इकलौते गरीब- दलित मुख्यमंत्री से बदला लेने के लिए भाजपा के लोगों अब ED को पंजाब भेज दिया है. '
बचकाने इल्जाम लगाए जा रहे- सुरजेवाला
सुरजेवाला ने दावा किया कि जिस मामले में ED को पंजाब भेजा गया है वह पांच साल पुराना है और उसका चन्नी या उनके परिवार से कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि यह प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई की गई है. सुरजेवाला ने दावा किया कि यह मामला कांग्रेस सरकार में माइनिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया था. उस मामले में चन्नी के किसी परिजन का नाम नहीं था.
सुरजेवाला के अनुसार अब इस मामले में दावा किया जा रहा है कि कुदरतदीप नाम के शख्स की पहचान 28 वर्षीय भूपेंद्र सिंह हनी से थी. हनी, सीएम के भतीजे हैं, लेकिन एफआईआर में हनी का कहीं नाम नहीं है तो आखिर यह कार्रवाई कैसे हो रही है. यह कौन सा मापदंड है. सुरजेवाला ने कहा कि सीएम चन्नी के खिलाफ जब कुछ नहीं मिला तो बेतुके और बचकाने इल्जाम लगाए जा रहे हैं.
दूसरी ओर सीएम चन्नी ने ईडी की छापेमारी को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए कहा, 'पश्चिम बंगाल में जब चुनाव हुए थे तब ममता बनर्जी के रिश्तेदारों पर इसी तरह हमले किए गए थे. अब पंजाब में ईडी ऐसा कर रही है. ये लोकतंत्र के लिए खतरा है लेकिन हम हारने वालों में से नहीं हैं.'