Punjab News: पंजाब में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस (Congress) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कुछ महीनों के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुरदासपुर से पार्टी के बड़े नेता रमन बहल (Raman Bahl) ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है. रमन बहल के आम आदमी पार्टी (AAP) में जाने की संभावना जताई जा रही है. मंगलवार को ही रमन बहल कांग्रेस पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. 


रमन बहल के कांग्रेस छोड़ने की चर्चा सोमवार को तेज हुई. रमन बहल ने सोमवार को पंजाब अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (पीएसएसएसबी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने 2018 में बहल को पीएसएसएसबी का अध्यक्ष नियुक्त किया था.


गुरदासपुर (Gurdaspur) जिले के रहने वाले बहल ने कहा कि उन्होंने पीएसएसएसबी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. रमन बहल ने हालांकि अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया. रमन बहल ने हालांकि आम आदमी पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा, ''मैंने कल कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है और वे जो भी फैसला करेंगे मैं उस पर चलूंगा.''


क्यों है कांग्रेस के लिए बड़ा झटका


बहल ने 2012 में गुरदासपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन असफल रहे थे. फिलहाल इस सीट का प्रतिनिधित्व कांग्रेस विधायक बरिंदरमीत सिंह पहरा कर रहे हैं.


यह पहला मौका नहीं है जब रमन बहल ने कांग्रेस पार्टी से अलग होने का फैसला किया है. 2007 में अमरिंदर सिंह के साथ विवाद के चलते रमन बहल और उनके पिता कांग्रेस से अलग हो गए थे. हालांकि बाद में उन्होंने घर वापसी कर ली.


कांग्रेस पार्टी की ओर से रमन बहल को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 2019 में हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में रमन बहल का जाना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है.


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