Punjab Election 2022: पंजाब की कांग्रेस सरकार का किया गया कर्ज माफी का फायदा अब गले की हड्डी बनता दिखाई दे रहा है. 2017 के चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से सरकार बनते ही पूरा कर्ज माफी का वादा किया था, जिसमें सरकारी बैंक, प्राइवेट बैंक और आढ़तियों का कर्जा शामिल था. कैप्टन अमरिंदर सिंह बेशक आज कांग्रेस में नहीं हैं लेकिन उनका चुनावी वादा अभी भी कांग्रेस के लिए मुश्किल बना हुआ है. पंजाब के किसानों पर तक़रीबन 90 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ है. अभी तक पंजाब की कांग्रेस सरकार करीब 4600 करोड़ ही माफ कर पाई है, बाकी का कर्ज अभी भी किसानों पर 2017 से पहले जैसा है.
लेकिन अब किसानों ने भी ऐलान कर दिया है कि दिल्ली में आंदोलन खत्म होने के बाद सीधा रुख चंडीगढ़ की ओर होगा. भारतीय किसान यूनियन डलेवाल के जगजीत सिंह डलेवाल ने संकेत दिया है कि कर्ज माफी का वायदा पूरा करवाने के लिए संघर्ष चंडीगढ़ में होगा. इधर पंजाब सरकार कर्ज माफी पर असमर्थता जता रही है और केंद्र सरकार से कर्ज माफी के लिए मदद की अपील कर रही है. पंजाब सरकार की मांग है कि केंद्र सरकार राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने के लिए राशि दे.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कर्ज माफी की गेंद केंद्र की ओर फेकना चाहते हैं. लेकिन किसान इस बात के लिए अड़ गए हैं कि कर्ज माफी पंजाब सरकार से ही करवाएंगे. उनका कहना है कि इसके लिए पैसे का प्रबंध मुख्यमंत्री कहां से करते हैं, ये पंजाब सरकार की समस्या है. फिर चाहे चन्नी केंद्र से मदद मांगें या किसी और से किसानों ने तो यहां तक चेतावनी दे दी है कि प्लेयर के पीछे जाएंगे, गेंद के पीछे नहीं. गौरतलब है कि कुछ महीनों बाद पंजाब में चुनाव होने वाले हैं. दूसरी तरफ अगर दिल्ली जैसे आंदोलन का रूप चंडीगढ़ की ओर होता है तो पंजाब सरकार के लिए एक बड़ी मुसीबत हो सकती है. उसका नुकसान आगामी विधानसभा चुनाव में भी उठाना पड़ सकता है.
Punjab News: क्या पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल होंगे बड़े चेहरे? कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया यह दावा