चंडीगढ़: पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसके लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है, वहीं चुनाव से पहले नेताओं के बीच दल बदलने का दौर भी शुरू हो गया है. इसी कड़ी ही में पूर्व सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा बृहस्पतिवार को दोबारा शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए है. बता दें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल की मौजूदगी में रंजीत सिंह ने शिरोमणि अकाली दल का दामन थाम लिया है .


बीजेपी के साथ गठबंधन के खिलाफ है ब्रह्मपुरा


दरअसल रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, सुखदेव सिंह ढींढसा की अगुवाई वाली शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के संरक्षक थे. बता दें कि वो पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इससे पहले कहा था कि भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और ढींढसा के साथ गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है.


ये नेता भी हुए शिरोमणि अकाली दल में शामिल


वहीं ब्रह्मपुरा के साथ शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में उजागर सिंह बडाली, मोहिंदर सिंह हुसैनपुर, रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा और करनैल सिंह पीरमोहम्मद शामिल हैं. पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने के कारण ब्रह्मपुरा को 2018 में पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था.वहीं अब फिर से रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा के शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने से पार्टी को चुनावों में क्या फायदा मिलता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.


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