Punjab News: कुछ महीनों बाद होने वाले पंजाब विधानसभा (Punjab Election) चुनाव में नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं. पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बना चुके हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी (BJP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं लेकिन इस बात का भारतीय जनता पार्टी को कोई खास फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा है. हालांकि अमरिंदर सिंह का अलग होना कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है.
एबीपी न्यूज ने सी वोटर के साथ मिलकर पंजाब विधानसभा चुनाव पर सर्वे किया है. इस सर्वे में सामने आई राय के मुताबिक 65 फीसदी लोगों को मानना है कि अमरिंदर सिंह को साथ लेने के बीजेपी को फायदा नहीं होगा. 35 फीसदी लोगों ने कहा है कि अमरिंदर का साथ बीजेपी को फायदा पहुंचा सकता है.
सी वोटर के सर्वे में हालांकि अमरिंदर सिंह की वजह से कांग्रेस को नुकसान पहुंचने की बात सामने आई है. सी वोटर के सर्वे में 65 फीसदी लोगों ने कहा है कि अमरिंदर सिंह के अलग होने के कांग्रेस को नुकसान झेलना पड़ेगा. 35 फीसदी लोगों का मानना है कि अमरिंदर सिंह के अलग होने से कांग्रेस को पंजाब में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
अमरिंदर सिंह ने क्यों बनाई अलग पार्टी?
बता दें कि नवजोत सिंह के विरोध के बाद कांग्रेस पार्टी ने अमरिंदर को सितंबर में सीएम पद से हटा दिया था. अमरिंदर ने कांग्रेस के इस फैसले से नाराज होकर अलग पार्टी बना ली है. अमरिंदर सिंह की नई पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन का समाधान होने की शर्त पर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का विकल्प खुला रखा है. अमरिंदर अकाली दल से अलग हुए नेताओं के साथ भी पंजाब विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर सकते हैं.