Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी 7 दिन का वक्त बाकी है. लेकिन कांग्रेस (Congress) पार्टी ने अभी से फूट से बचने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. पिछले कई चुनावों से सबक लेते हुए कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को सुरक्षित जगह पर ठहराने के इंतजाम कर रही है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के चित्रकोट या फिर जगदलपुर में शिफ्ट कर सकती है.


छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. चित्रकोट और जगदलपुर में कांग्रेस पार्टी की ओर से दो रिसार्ट बुक करवाए गए हैं. इस पूरे मामले पर हाईकमान ने सीधे नज़र बना रखी है. कांग्रेस पार्टी को अभी से ही अपने विधायकों की टूट का डर सता रहा है. 


2017 में कांग्रेस पार्टी गोवा में सबसे बड़ा दल होने के बावजूद सरकार बना पाने में नाकाम रही थी. इसके अलावा विधायकों की टूट की वजह से कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सरकार गंवानी पड़ी. इसलिए 2022 के पंजाब चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से पहले से ही सावधानी बरती जा रही है.


आंतरिक कलह से जूझ रही है कांग्रेस


कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा डर अपने नेताओं की आंतरिक कलह का है. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को चेहरा बना दिया था. लेकिन इसके प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के इस फैसले से ज्यादा खुश नज़र नहीं आए. नवजोत सिंह सिद्धू के परिवार की ओर से कांग्रेस पार्टी के फैसले पर सवाल खड़े किए गए थे.


पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से एक अहम भी बुलाई गई थी. चरणजीत सिंह चन्नी की उपस्थिति में हुई इस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया था.


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