Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आ रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नए सहयोगियों के साथ चुनाव मैदान में किस्मत आजमाई है. बीजेपी पहली बार पंजाब विधानसभा चुनाव में बड़े भाई की भूमिका में है. बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने उम्मीद जताई है कि पार्टी पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने में कामयाब होगी.
पार्टी नेताओं ने यह भी दावा किया कि और उसे चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का लाभ मिला है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ''मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि पांच राज्यों की जनता ने भाजपा का साथ दिया है. चार राज्यों में जहां भाजपा सत्ता में हैं, वहां भाजपा फिर से वापसी करेगी और पंजाब में हमारी स्थिति मजबूत होगी.''
जेपी नड्डा ने कहा कि पंजाब में बीजेपी को जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. उन्होंने कहा, ''पंजाब में भाजपा पहली बार 65 सीटों से ज्यादा पर चुनाव लड़ रही है. हमें वहां पर बहुत ही सकारात्मक जन समर्थन मिला है और उम्मीदों से ज्यादा अच्छा नतीजा हम वहां लाएंगे.''
अकाली दल के साथ टूट गया था गठबंधन
पंजाब में भाजपा का लंबे समय तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन रहा लेकिन केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के मुद्दों पर दोनों दलों का गठबंधन टूट गया. पंजाब में भाजपा ने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाली अकाली दल (संयुक्त) से गठबंधन किया है.
बीजेपी ने हालांकि विधानसभा चुनाव पीएम मोदी को चेहरा बनाकर ही लड़ा है. बीजेपी की ओर से पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सीएम का चेहरा पेश नहीं किया गया. इस चुनाव से पहले तक बीजेपी अधिकतम 23 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमाती रही है.