Punjab Election 2022: 94 की उम्र में चुनाव लड़ेंगे Parkash Singh Badal, सबसे उम्रदराज उम्मीदवार बने
प्रकाश सिंह बादल इस बार पंजाब विधानसभा चुनावों में फिर से मैदान में हैं. इस समय उनकी उम्र 94 साल है. इसके साथ ही भारत के किसी भी चुनावों में भाग लेने वाले सबसे उम्रदराज उम्मीदवार बन गए हैं.
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Prakash Singh Badal will be Oldest to Contest polls in India: आगमी फरवरी से मार्च के मध्य में भारत के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, इन पांच राज्यों में से एक पंजाब है. पंजाब के 117 विधानसभा सीटें हैं, जहां सिर्फ एक चरण में 20 फरवरी को चुनाव होना है. वेसे इस बार यहां से कई राजनीतिक धुरंधर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, राजनीति के इन्हीं अनुभवी और माहिर खिलाड़ियों में से एक हैं "प्रकश सिंह बादल."
पंजाब की राजनीति हालिया दिनों में प्रकाश सिंह बादल के बगैर अधूरी है. वह पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.वह अबतक अपनी 94 बहारें देख चुके हैं. बुधवार को उनके उम्मीदवारी की घोषणा शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष औखबीर सिंह बादल ने की. वह देश के किसी भी चुनाव में सबसे उम्रदराज उम्मीदवार होंगे. इस पहले यह रिकॉर्ड केरल पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के नाम था, जिन्हों ने 92 साल की उम्र में 2016 में विधानसभा चुनाव लड़ा था.
पीछले पांच दशक से अधिक समय से शिरोमणि दल के संरक्षक और पार्टी के सबसे बड़ी शक्ति के रूप में अपनी सेवाएं देते रहे हैं. पंजाब के सबसे कद्द्वर नेता की उम्र के 94वें पड़ाव में भी पंजाब के सबसे बड़ी पार्टियों में से एक को उनकी जरुरत पड़ रही है. 2017 के विधानसभ चुनावों में उनकी पार्टी को सबसे बड़ी हारका सामना करना पड़ा, जिसमे उन्होंने केवल 15 सीटें ही जीती और उन्हें पंजाब विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का तमगा भी गवांना पड़ा. वहीं शिअद इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहता है, वह अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को पाने के लिए, पार्टी और देश के सबसे सीनियर नेताओं में से एक पर भरोसा दिखा रहा है.
1969 के विधानसभा चुनाओं के बाद, प्रकाश सिंह बादल हमेशा संसदीय और विधानसभा चुनावों में आगे बढ़ कर पार्टी का नेतृत्व करते रहे हैं. वहीं निजी मोर्च पर उन्होंने 10 बार चुनाव जीता है और वह कभी चुनाव भी नहीं हारे हैं. उन्होंने पंजाब के गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से 1969 से लेकर 1985 तक पांच बार विधानसभा चुनोवों में जीत दर्ज की. उन्होंने 1997 से 2017 तक लांबी विधानसभा सीट से पांच बार जीते थे. प्रकाश सिंह बादल ने 1957 में मलोट सीट से अपना पहला चुनाव जीता और फिर 1967 में गिद्दड़बाहा से हरचरण सिंह बराड़ से चुनाव हार गए.
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