(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Punjab Election 2022: जन्म से आपस में जुड़े दो भाइयों ने अलग-अलग वोट डाला, आयोग ने इसलिए की खास व्यवस्था
Punjab Election: शारीरिक रूप से जुड़े दो भाइयों के वोट के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की, दोनों भाइयों को प्रशासन ने अलग-अलग पहचान पत्र दिया है. इन चुनावों में दोनों ने पहली बार वोट किया है.
Physically attached brothers vote in Punjab Assembly Elections: पंजाब (Punjab) में जन्म से ही शरीर से आपस में जुड़े दो जुड़वां भाइयों (Twin Brothers) ने रविवार को हुए, पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में अलग-अलग मतदान किया. अमृतसर (Amritsar) के रहने वाले सोहन सिंह (Sohan Singh) और मोहन सिंह (Mohan Singh) जन्म से ही कूल्हे से आपस में जुड़े हुए हैं. जहां दोनों भाइयों ने रविवार को हुए, विधानसभा चुनाव में पहली बार मताधिकार (Suffrage) का प्रयोग किया.
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. करुणा राजू ने हाल ही में, उन्हें अलग-अलग पहचान पत्र सौंपे थे. वे पिछले साल 18 वर्ष के हुए और वोट डालने के योग्य बन गए. अधिकारियों ने बताया कि, आपस में जुड़े इन जुड़वां भाइयों को दो अलग-अलग मतदाता माना गया और उनके लिए खास व्यवस्था की गयी, ताकि दोनों अपनी वोट की गोपनीयता बनाए रख सकें. दोनों ने बताया कि, "जब उन्होंने वोट डाला तो उन्हें काले रंग के चश्मे दिए गए."
दोनों शहर में बेसहारा लोगों के लिए बने, एक चैरिटेबल होम पिंगलवाड़ा में रहते हैं. उनका जन्म जून 2003 में दिल्ली में हुआ था, उनके जन्म के बाद ही माता-पिता ने उन्हें छोड़ दिया था. बाद में अमृतसर के एक अनाथालय ने उन्हें गोद ले लिया था. अमृतसर के उपायुक्त गुरप्रीत सिंह खेड़ा उस मतदान केंद्र पर पहुंचे, जहां दोनों जुड़वां भाइयों ने वोट डाला और उन्हें पहली बार वोट डाल रहे मतदाताओं के तौर पर प्रमाणपत्र दिए. उन्होंने यहां से करीब 10 किलोमीटर दूर मन्नावाला में वोट डाले.
खेड़ा ने कहा, "एक-दूसरे से अपने वोट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए उन्हें चश्मे दिए गए." मतदान केंद्र के बाहर उनके गांव के सरपंच और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति मौजूद रहे और माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया. इस संबंध में उपायुक्त गुरप्रीत सिंह खेड़ा ने कहा, ‘‘यह बहुत ही अलग मामला है. पहले निर्वाचन आयोग ने प्राधिकारियों को उचित वीडियोग्राफी करने के निर्देश दिए थे. वे आपस में जुड़े हुए हैं, लेकिन अलग-अलग मतदाता हैं. उन्हें चश्मे दिए गए ताकि उनके मतदान की गोपनीयता बनी रह सके."
उन्होंने कहा कि, वे दिव्यांग लोगों के लिए आइकन हैं. वहीं सोहन-मोहन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि, "वे पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) में काम करते हैं, लेकिन उन्हें एक व्यक्ति का ही वेतन मिलता है. उन्होंने कहा कि, वे मताधिकार का अधिकार मिलने से काफी खुश हैं. दोनों जुड़वां भाइयों के दो दिल, दो जोड़ी हाथ, अलग किडनी और रीढ़ की हड्डी है, लेकिन उनका एक ही यकृत, पित्ताशय और एक जोड़ी पैर ही हैं.
जन्म के बाद उन्हें अलग करने के लिए ऑपरेशन के वास्ते ले जाया गया, जहां विशेषज्ञों के एक दल ने कहा कि, इस जटिल सर्जरी में कम से कम एक व्यक्ति की जान जा सकती है.
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