Punjab Farmers Protest: मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhgawant Mann) ने पंजाब (Punjab) में अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रदर्शन कर सड़कों को अक्सर जाम कर देने पर किसान संगठनों की शुक्रवार को निंदा की. उन्होंने कहा कि इससे आम लोगों को असुविधा हो रही है. सीएम मान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन कर सड़क जाम कर देना एक प्रवृति बन गई है.
सीएम मान ने किसान संगठनों से अपील की कि, "यदि उन्हें धरना देना ही है तो वे मंत्रियों, विधायकों या उपायुक्त कार्यालयों के पास धरना दें, लेकिन हाइवे और दूसरे रास्तों को जाम कर आम लोगों को परेशान न करें." मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सीएम मान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं उनका विरोधी नहीं हूं, लेकिन यदि वे इस तरह बसों को रोकेंगे और सड़कें जाम करेंगे, वे लोगों की सहानुभूति गंवा बैठेंगे."
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उपस्थिति दर्ज कराने के लिए धरना दे रहे हैं कुछ किसान संगठन: सीएम मान
उन्होंने कहा कि पिछले सात महीने में आप सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई फैसले किए, उनकी मांगें पूरी की और कुछ प्रक्रियाधीन हैं. सीएम मान ने कहा कि सरकार ने किसान संगठनों के साथ कई बैठकें की हैं. इतनी बैठकें तो पिछले 10 सालों के दौरान नहीं हुईं. सीएम ने दावा किया, "मुझे यह भी पता चला है कि कुछ किसान संगठन बस अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए धरना देना चाहते हैं."
जानिए किसानों की क्या हैं मांगे
इस बयान को लेकर भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) ने अमृतसर में अपना प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया है. साथ ही एक दूसरे किसान संगठन ने भी बठिंडा में ऐसा ही किया है. गौरतलब है कि राज्य में पिछले कुछ दिनों से खासकर फरीदकोट, अमृतसर, पटियाला और बठिंडा जिलों में अलग-अलग किसान संगठनों ने धरना दिया है. उनकी मांगों में नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट के लिए अधिगृहीत की गई जमीन, खराब मौसम या कीटों के कारण फसलों को हुए नुकसान और क्षतिपूर्ति, कुछ किसानों के खिलाफ दर्ज मामले को निरस्त करना, गेहूं की ऊपज को हुए नुकसान के लिए बोनस शामिल हैं.