Sangrur Farmers Protest: पंजाब (Punjab) के संगरूर (Sangrur) जिले में मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के आवास के पास भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) की अगुवाई में बड़ी संख्या में किसानों का धरना शनिवार को सातवें दिन भी जारी रहा. किसानों ने अलग-अलग मांगों को लेकर नौ अक्टूबर को अपना अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. प्रदर्शनकारी बारिश और कीट के हमले के कारण फसलों को हुए नुकसान को लेकर मुआवजा देने, धान की पराली के प्रबंधन के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल की वित्तीय सहायता देने की मांग कर रहे हैं.
इसके अलावा भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने और मक्का, मूंग के साथ-साथ बासमती जैसी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रदान किए जाने की भी मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन डेयरी किसानों को मुआवजा दिया जाए जिनके पशुओं की त्वचा रोग के कारण मृत्यु हुई है. किसान प्रदूषण का गढ़ बनी शराब फैक्ट्रियां बंद करवाने और भूजल को प्रदूषण से बचाने के साथ-साथ मजबूरन पराली जलाने वाले किसानों पर सख्ती बंद करने की मांग कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, "हम अपनी मांगें पूरी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे."
'हक लेने के बाद ही लौटेंगे वापस'
शनिवार को किसानों ने पंजाब की आप सरकार के खिलाफ ललकार दिवस मनाया और दूसरे किसान संगठनों से भी साथ आने की अपील की. किसानों ने कहा कि वह हक लेने के बाद ही वापस लौटेंगे. किसानों ने कहा कि वे पक्का मोर्चा लगाकर बैठे हैं, लेकिन यह संघर्ष कितने समय तक जारी रहेगा, इस संबंध में सरकार को ही सोचना होगा. इस धरने में पूरे पंजाब से हजारों किसान शामिल हो रहे हैं. इनमें मजदूर, नौजवान के अलावा महिलाएं भी हैं.