Punjab News: पंजाब में किसानों ने हाल में आई बाढ़ के दौरान फसलों को हुए नुकसान के लिए पर्याप्त मुआवजे की मांग को लेकर शुक्रवार को कई जगहों पर धरना दिया. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान अमृतसर में एकत्र हुए और उचित मुआवजे की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए उपायुक्त कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया. मोर्चा के प्रवक्ता बलकार सिंह दुधाला ने एक बयान में कहा कि, विभिन्न संगठन इसके बैनर तले एकत्र हुए. साथ ही मांग की कि पंजाब और केंद्र सरकार बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त फसलों के लिए 1.68 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे.


किसानों ने खेतों में बाढ़ का पानी घुसने से ऊपर उठी मिट्टी को समतल करने के लिए भी मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि वे बाढ़ के दौरान मारे गए हर जानवर के लिए एक लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा चाहते हैं. किसानों ने कहा कि जुलाई और अगस्त में आई बाढ़ से फसलों और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ. विरोध स्थलों से हटने से पहले किसानों ने संबंधित उपायुक्तों को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा. होशियारपुर में कई किसान संगठनों ने राज्य और केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर जिला प्रशासनिक परिसर के सामने तीन घंटे से अधिक समय तक धरना दिया.


सरकार पर लगाया बात न सुनने का आरोप
इनका नेतृत्व किसान कमेटी दोआबा पंजाब के महासचिव हरबंस सिंह संघा ने किया. सभा को संबोधित करने वाले सभी वक्ताओं ने किसानों की मांगों को अनसुना करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन तेज करने की भी चेतावनी दी. लुधियाना में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सैकड़ों किसान एकत्र हुए और उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना पर बैठ गये. उन्होंने बाढ़ से हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए विशेष पैकेज की मांग की.



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