पंजाब में दूसरे राज्यों के किसान अपनी गेहूं की फसल को नहीं बेच सकेंगे. इसके लिए पंजाब के किसान भी सतर्क हैं और वह अन्य राज्यों से गेहूं की बिक्री को रोकने में सरकार की मदद करेंगे. इस बात को लेकर पंजाब के कृषि संगठनों ने अपने सदस्यों को सतर्क रहने और अपने क्षेत्र में अपनी उपज बेचने वाले किसी भी बाहरी व्यक्ति के बारे में अधिकारियों को सूचित करने का निर्देश दे दिया है.


इसके साथ ही कई सीमावर्ती इलाकों में संगठनों ने अपने सदस्यों को भी ग्राम स्तर पर विशेष समितियां गठित करने को कहा है. इससे पंजाब में दूसरे राज्यों के किसान अपनी फसल न बेच सकें. इस बात को लेकर बीकेयू उगराहन के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने कहा हमें सरकारी अधिकारियों का समर्थन करना चाहिए. हमने पहले भी पंजाब में अन्य राज्य के व्यापारियों को अपनी फसल बेचते हुए पकड़ा था.


संगरूर के उपायुक्त जितेंद्र जोरवाल ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हमारी टीमों को प्रतिनियुक्त किया गया है और चौबीसों घंटे जाँच कर रहे हैं. पंजाब बीकेयू डकौंडा नेता जगमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने सदस्यों से अधिकारियों की मदद करने के लिए भी कहा है.


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पंजाब पुलिस भी बाहरी राज्यों से आने वाली गेहूं की खेप को रोकने के लिए सतर्क है. पंजाब पुलिस की तरफ से बाहरी राज्यों से आने वाले गेहूं को रोकने के लिए 86 अंतरराज्यीय नाके बनाए गए हैं. प्रदेश के सभी नाकों पर कुल 1150 पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए हैं और इनकी निगरानी एडीजीपी स्तर पर हो रही है.