Punjab Forest Scam: पंजाब के वन घोटाले मामले में पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां के भतीजे दलजीत सिंह ने विजीलेंस के सामने पौधों के लिए ट्री-गार्ड की खरीद में 800 रुपये प्रति ट्री-गार्ड के हिसाब से रिश्वत लेने की बात कबूली है. विजीलेंस अधिकारियों के अनुसार इस मामले में उन ठेकेदारों की सूची भी बनाई जा रही है जिनसे यह पैसा लिया गया था. विजीलेंस की ओर से ठेकेदारों को समन भेजा जा रहा है. वहीं इस मामले में हरियाणा ( हिसार ) के बिचौलिए बिंदर सिंह को दलजीत ने रिश्वत के पैसे लेने के लिए काम पर रख रखा था.
दरअसल विजीलेंस ने बीते दिनों दलजीत सिंह को चंडीगढ़ के सेक्टर-37 से गिरफ्तार किया था. वहीं पूर्व मंत्री संगत सिंह के खिलाफ भी इस मामले में केस दर्ज किया जा चुका है लेकिन संगत को हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. मिली जानकारी के मुताबिक दलजीत ने पूछताछ में बताया कि एक ट्री-गार्ड 2400 रुपये में खरीदा जाता था. जिसमें 800 रुपये प्रति ट्री-गार्ड के हिसाब से रिश्वत ली जाती थी. इस वन घोटाले में पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां के साथ पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत भी नामजद हैं.
कब हुआ था घोटाला
ट्री-गार्ड घोटाला 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल में हुआ था. उस समय साधू सिंह धर्मसोत वनमंत्री थे. हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह चरणजीत सिंह तन्नी मुख्यमंत्री बने तो संगत सिंह गिलजियां को वन मंत्री बनाया गया. संगत सिंह पर आरोप लगा है कि उन्होंने ट्री-गार्ड घोटाले में कुल छह करोड़ की गड़बड़ी की है. बता दें कि दलजीत सिंह विजीलेंस रिमांड पर हैं उन्हें आज यानी बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा. जांच के दौरान दलजीत के मोबाइल, लैपटॉप, पैन ड्राइव से कुछ अहम जानकारियां मिली है.