'घर-घर राशन योजना' के तहत अब आटा नहीं, मिलेगा सिर्फ गेहूं, CM भगवंत मान ने ये बताई वजह
Ghar Ghar Ration Scheme: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा घर-घर राशन योजना के तहत आटे की जगह गेहूं दिए जाएंगे. बता दें कि फरवरी माह में केजरीवाल और सीएम मान ने योजना की शुरूआत की थी.
Punjab Ghar Ghar Ration Yojana: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार ‘घर-घर राशन योजना’ के तहत लोगों को केवल गेहूं देगी. सीएम मान ने इस बात पर जोर दिया कि लाभार्थी केवल अनाज चाहते हैं आटा नहीं. महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर यहां आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सीएम मान ने कहा कि वह ऐसा कोई भी फैसला नहीं लेना चाहते जो लोगों के हित में न हो. उन्होंने कहा, ‘‘हम अब चार महीने तक आटा नहीं, गेहूं देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा इस बार जुलाई से अक्टूबर तक गेहूं दिया जाएगा. जनता कहती है कि उसे सिर्फ गेहूं चाहिए. हम गेहूं देंगे. सरकार लोगों की इच्छा के अनुसार चलती है. राज्य में ‘घर-घर राशन योजना’ के लगभग 1.54 करोड़ लाभार्थी हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा उम्मीदवारों ने उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि गेहूं वितरण का फैसला आटा बनाने की देरी और विभिन्न वितरण चैनलों में रुकावट की वजह से ये एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गया था. आम आदमी पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक के दौरान भी इस मुद्दे को उठाया था. फिर चुनावों के बाद सरकारी विभागों के अधिकारियों से योजना को लेकर फीडबैक भी लिया गया था, लेकिन अधिकारी अभी इस योजना को बंद करने के फैसले पर चुप्पी साधे हुए है.
मार्कफेड के सभी जिला प्रबंधकों के साथ हुई बैठक के बाद पंजाब सरकार ने नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के लाभार्थियों को घर-घर राशन योजना के तहत आटे की जगह गेहूं वितरण का फैसला लिया है.
बता दें कि फरवरी महीने में श्री फतेहगढ़ साहिब के शहर अमलोह के अधीन सालाना गांव में घर-घर जाकर लोगों को राशन बांटकर आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घर-घर मुफ्त राशन योजना की शुरूआत की थी. इससे पहले 24.49 लाख लोगों को उनके घर तक राशन पहुंचाने की योजना का उद्घाटन किया गया था.
यह भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए क्या BJP करेगी दूसरे दलों से गठबंधन? जानें अमित शाह ने क्या कहा