Punjab Government: पंजाब के बुजुर्गों का सम्मान 'मान सरकार' की पहचान बन रही है. पंजाब में औद्योगिक विकास, सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और सरकारी सेवाओं की लोगों तक आसान पहुंच बनाई गई है.
पंजाब में आपसी भाईचारा और सद्भावना के भाव को और मजबूत करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा' योजना संचालित कर रही है. इस योजना ने सभी धर्मों को समानता का अधिकार दिया है.
'तीर्थयात्रा' से आपसी भाईचारे और अमन का संदेश
मान सरकार की 'मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना' गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं के मुताबिक है. जो राज्य के लोगों में आपसी भाईचारे और अमन का संदेश देता है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब कैबिनेट ने नवंबर 2023 में 'मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा' योजना को मंजूरी दी.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कहते हैं 'बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी न किसी कारण धार्मिक स्थानों के दर्शन नहीं किए. उनका सपना होता है कि वह उन धार्मिक स्थलों पर जाएं. यह योजना उन सबके सपनों को पूरा करती है.
इस योजना का लाभ उठाकर पंजाब का कोई भी श्रद्धालु किसी भी धार्मिक स्थल के दर्शन के लिए जा सकता है. पंजाब सरकार का लक्ष्य 50,000 लोगों को धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाने का है.
इन धार्मिक स्थलों के हो रहे 'दिव्य दर्शन'
पंजाब सरकार की 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा' योजना के माध्यम पटना साहिब, अमृतसर साहिब, आनंदपुर साहिब, दमदमा साहिब तलवंडी साहिब, माता वैष्णो देवी, माता ज्वाला जी, माता चिंतपूर्णी देवी जी, माता नैना देवी जी, श्री खाटू श्याम जी और सालासर बालाजी धाम, मथुरा, वाराणसी और अजमेर शरीफ के दर्शन करवाए जाते हैं.
पंजाब के 60 साल से अधिक उम्र वाले लोग मान सरकार की इस जन-कल्याणकारी योजना का लाभ लाभ उठा सकते हैं. किसी भी धार्मिक स्थल के दर्शन करने जा सकते हैं.
लक्ष्य के करीब है मान सरकार
'मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना' के तहत पंजाब में करीब 35 हजार लोगों ने पूरे देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन किए हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में मान सरकार ने इस योजना के लिए लिए 25 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है.
इस योजना के तहत लंबी दूरी की यात्रा के लिए पंजाब सरकार द्वारा ट्रेन और छोटी दूरी की यात्रा के लिए बसों की व्यवस्था की जाती है. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि सफर के दौरान तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए भोजन, स्थानीय यात्रा, स्वागत किट और रहन-सहन की सुविधा बिल्कुल मुफ्त होती है. इसके साथ ही किसी इमरजेंसी से निपटने के लिए इन यात्रियों के साथ डॉक्टरों, वॉलंटियर्स और अधिकारियों की एक टीम भी सफर करती है.
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