Chandigarh News: संपत्ति की रजिस्ट्री को सिरदर्दी वाला काम माना जाता है क्योंकि इसके लिए आपको कई तरह के नियमों को फॉलो करते हुए एक दफ्तर से दूसरे सरकार दफ्तर भाग दौड़ करनी पड़ती है. इसलिए तहसील में रिश्वत लेने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन अगर ऐसा हो कि अधिकारी आपके घर आकर रजिस्ट्री करा दे तो ये चर्चा का विषय जरूर बन जाएगा. ऐसा बीता दिन डेराबस्सी में देखने को मिला.


दरअसल, पंजाब सरकार की घर-घर रजिस्ट्रेशन योजना के तहत नायब तहसीलदार दीपक भारद्वाज ने एक परिवार के घर जाकर प्लॉट की रजिस्ट्री कराई थी. अब यह मामला चर्चा का विषय बन गया है. लोग इस काम की खूब सराहना कर रहे हैं. ABPLIVE की सहयोगी वेबसाइट ABP SANJHA के अनुसार, नायब तहसीलदार प्रिंटर सहित आवश्यक उपकरण लेकर उपभोक्ता के घर पहुंचे और मौके पर ही रजिस्ट्री का प्रिंट आउट जारी कर दिया. 


हालांकि एक सवाल यह भी है कि डेराबस्सी तहसील में रोजाना करीब 20 से 30 रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं. इतने लोगों के घर तहसीलदार कैसे जाकर पंजीयन कराएंगे? नायब तहसीलदार ने बताया कि संबंधित उपभोक्ता ने रूटीन में ऑनलाइन रजिस्ट्री के लिए आवेदन किया था. इसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर संबंधित व्यक्ति का चयन कर उसके घर जाकर रजिस्ट्रेशन कराया। राजस्व विभाग द्वारा प्रतिदिन कितने निबंधन किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा.


आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में भी इस तरह की योजना शुरू की है ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके. इस पहल की लोग काफी सहारना कर रहे हैं. लोगों को पंजाब सरकार का ये कदम काफी पसंद आ रहा है. सरकार के नए कदम से लोगों को सरकारी दफ्तरों में धक्के खाने से राहत मिलेगी.


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