ESMA on Punjab Patwari Strike: पंजाब में पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब सरकार ने बुधवार (30 अगस्त) को प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों पर एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट (ESMA) लगा दिया है. प्रदेश सरकार की इस घोषणा के बाद पटवारियों ने घोषणा की है कि वे शुक्रवार (1 सितंबर) से पेनडाउन स्ट्राइक शुरू करेंगे. 


दी रेवन्यू पटवार यूनियन के अध्यक्ष हरवीर सिंह ढींडसा ने इस संबंध में कहा कि, पंजाब के 4 हजार 716 पटवार सर्कल्स में से 3 हजार 193 पद खाली पड़े हैं. मौजूदा समय में 1 हजार 523 पटवारी ही इन पटवार सर्कल्स में एडिशनल के तौर पर काम कर रहे थे. मगर शुक्रवार से से पटवारी इन खाली पड़े सर्कल्स में कोई काम नहीं करेंगे और सिर्फ अपने सर्किल का ही काम देखेंगे.  


'ऐस्मा लगाकर सरकार कर्मचारियों घोंट रही गला'


पंजाब सरकार द्वारा एस्मा लगाने पर दी दी रेवन्यू पटवार यूनियन ने कहा कि, 'ऐस्मा लगाकर पंजाब सरकार कर्मचारियों का गला घोंटने का काम कर रही है.' उन्होंने कहा कि 'प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार जो आंदोलन से निकली है, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए. यूनियन ने घोषणा की है कि, इस पेनडाउन स्ट्राइक के बीच बाढ़ से संबंधित काम पटवारी करते रहेंगे. पटवारियों ने आरोप लगाया की उनके एक साथी पर संगरूर जिले में गलत मुकदमा दर्ज किया गया है जिसे रद्द किया जाना चाहिए. 


सरकार ने एस्मा लगाने की बताई ये वजह


पटवारियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि, सभी खाली पदों को भरे जायें और पुरानी पेंशन स्कीम भी इन पर लागू की जाये.  मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार (30 अगस्त) को कहा था कि, 'पटवारी अपने भ्रष्ट साथी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.' प्रदेश सरकार ने एस्मा लागू करने को लेकर कहा कि पटवारियों के हड़ताल पर जाने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के काम में बाधा आ सकती है, इसलिए सरकार ने एस्मा लागू कर दिया है.' सरकार के इस फैसले पर पटवार यूनियन नेता ने कहा कि, 'वे अपने सर्किल का काम करते रहेंगे, इसलिए उनपर ऐस्मा लागू ही नहीं होगा.


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