Punjab News: पंजाब सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. अजनाला की घटना के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) को विपक्षी पार्टियों द्वारा कई बार घेरा जा चुका है. ऐसे में अब पंजाब सरकार भी एक्शन मोड में दिखाई दे रही है. शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब सरकार ने प्रदेशभर के करीब 813 हथियारों के लाइसेंस को रद्द किया है. पंजाब में कुल 3 लाख 73 हजार 53 आर्म्स लाइसेंस थे जिनमें से 813 लाइसेंस को अब रद्द किया गया है.


गुरदासपुर में सबसे ज्यादा हथियार


पंजाब के गुरदासपुर में सबसे ज्यादा 40 हजार 789 आर्म्स लाइसेंस बने हुए हैं. दूसरे नंबर पर जिला बठिंडा आता है, जहां 29 हजार 353 आर्म्स लाइसेंस हैं. तीसरे नंबर पर पटियाला जिले में 28 हजार 340 हथियारों के लाइसेंस बने हुए हैं. पंजाब सरकार ने जो 813 हथियारों के लाइसेंस रद्द किए है उनमें लुधियाना ग्रामीण के 87, शहीद भगत सिंह नगर के 48, गुरदासपुर के 10, फरीदकोट के 84, पठानकोट के 199, होशियापुर के 47, कपूरथला के 6, एस.ए.एस कस्बा के 235, संगरूर के 16, अमतृसर आयुक्तालय के 27, जालंधर आयुक्त कार्यालय के 11 और कई अन्य जिलों के लोगों के आर्म्स लाइसेंस कैंसिल किए गए है. 


पंजाब में 21 साल बाद हुई वही कार्रवाई


साल 2022 के नवंबर माह में भी पंजाब में 'गन कल्चर' को खत्म करते पंजाब सरकार ने बड़ा एक्शन लिया था. 9 दिनों में करीब 900 हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए थे और 300 से ज्यादा लोगों के हथियारों के लाइसेंस सस्पेंड कर उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था. उन लोगों से पूछा गया था कि उन्हें हथियारों की क्या आवश्यकता है. जो 900 हथियारों के लाइसेंस रद्द किए गए थे उनमें सबसे ज्यादा जालंधर जिले से करीब 391 हथियारों के लाइसेंस रद्द हुए थे. वही रोपड के 146, नवांशहर के 266 तो वही मोहाली के 32, तरनतारन के 19, कपूथला के 17, फिरोजपुर के 25, पठानकोट का 1 लाइसेंस रद्द किए गए थे. 


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