Russia Ukraine War: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही वहां रहने वाले भारतीय स्टूडेंट्स की सुरक्षा का मुद्दा गरमाया हुआ है. पंजाब (Punjab) से करीब दो हजार स्टूडेंट्स यूक्रेन (Ukraine) में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. पंजाब सरकार की ओर से इन स्टूडेंट्स के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं. पंजाब के लोगों की मदद के लिये राज्य सरकार द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष में आये कॉल की मुख्य सचिव अनिरूद्ध तिवारी ने समीक्षा की .


तिवारी ने सभी उपायुक्तों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को फंसे हुए लोगों के पासपोर्ट नंबरों के साथ आंकड़ों को तुरंत अपडेट करने का निर्देश दिया. इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि वास्तव में वहां कितने लोग फंसे हुए हैं.


मुख्य सचिव ने यहां अपने कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और प्रभावित लोगों तथा उनके रिश्तेदारों से पंजाब सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत संपर्क करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में अब तक 155 कॉल प्राप्त हुए हैं और पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए जानकारी तुरंत विदेश मंत्रालय को भेजा जा रहा है.


सीएम चन्नी ने उठाया मुद्दा


एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि तिवारी ने रेजिडेंट कमिश्नर राखी गुप्ता भंडारी को यूक्रेन से लौटने वाले लोगों की सहायता के लिए नई दिल्ली हवाई अड्डे पर राज्य हेल्प-डेस्क स्थापित करने और उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने को कहा.


पंजाब सरकार की ओर से लगातार केंद्र सरकार के सामने छात्रों की मदद का मुद्दा उठाया जा रहा है. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने छात्रों की मदद के लिए केंद्र सरकार को लेटर भी लिखा है. पंजाब के सभी दल लगातार छात्रों की मदद का मुद्दा उठा रहे हैं.


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