Punjab News: धान की खरीद को लेकर पंजाब सरकार को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. किसानों के विरोध के बावजूद पंजाब सरकार ने शुक्रवार से धान की खरीद बंद करने का फैसला किया है. किसानों ने दावा किया है कि वह सरकार के धान की खरीद बंद करने के फैसले के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. 


अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के 14 जिलों में धान की खरीदारी पहले ही बंद हो चुकी है. मंडियों में लाख मैट्रिक टन में धान पहुंच रही थी बावजूद इसके सरकार ने खरीदारी बंद कर दी. मंगलवार को 6.48, बुधवार को 5.33 लाख मैट्रिक टन धान मंडी में खरीदी गई. 


बठिंडा और मनसा जिलों की कुछ मंडियों में धान की खरीद जारी रहेगी. लुधियाना और बरनाला की मंडियो में धान की खरीद मंगलवार शाम को बंद कर दी गई. सामने आई जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से खरीद को लेकर दिया गया टारगेट पहले ही पूरा हो चुका है और इसी वजह से पंजाब सरकार अब धान की खरीद बंद कर रही है. 


एसकेएम ने किया यह दावा


पंजाब सरकार को हालांकि इस फैसले की वजह से भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के खिलाफ विरोध तेज करने की धमकी दी है. किसान नेता बलबीर सिंह ने कहा, ''खराब मौसम की वजह से फसल में देरी हुई है. अभी 15 से 20 फीसदी फसल का मंडी में आना बाकी है. खरीदारी बंद करना किसानों को सजा देने जैसा है और हम इस फैसले का कड़ा विरोध करेंगे.''


बता दें कि अक्टूबर महीने में पंजाब में बेमौसम बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. बारिश की वजह से फसल की कटाई में भी थोड़ी देरी हुई.


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