पंजाब के एक वरिष्ठ आईएएस मीटू के आरोप में फंस गए हैं. शिकायत मिलते ही मुख्य सचिव ने अधिकारी को उनके पद से हटा दिया है. मामले में आरोपों की जांच की जा रही है.आईएएस अधिकारी पर सचिवालय में महिला कर्मचारियों पर फब्तियां कसने का आरोप है. इन महिलाओं का आरोप है कि अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और उनका यौन उत्पीड़न करने पर उतारू है. अफसर को हाल ही में एक बड़े विभाग में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 


महिला कर्मचारियों ने क्या आरोप लगाए हैं


मुख्य सचिव को लिखे पत्र में महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें आरोपी अधिकारी लगातार परेशान कर रहा है. उक्त अधिकारी उम्र और पद का लिहाज किए बिना महिला कर्मचारियों पर आए दिन कमेंट करता रहता है. कई बार वह महिला कर्मचारियों की कुर्सी पर आकर बैठ जाता है और उन पर फब्तियां कसने के साथ अशोभनीय मजाक करता है. इस अधिकारी के खिलाफ एक नहीं बल्कि विभाग की कई महिलाओं ने कथित छेड़खानी करने के आरोप भी लगाए हैं. महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने पर उतारू है. 


यह शिकायत जैसे ही मुख्य सचिव वीके जंजुआ के पास पहुंची उन्होंने इस पर संज्ञान लेते हुए अधिकारी का विभाग बदलकर दूसरी जगह लगा दिया. साथ ही आईएएस ब्रांच को संबंधित अधिकारी की सर्विस फाइल निकालने का आदेश दिया है.


अधिकारी का हुआ तबादला


सूत्रों के मुताबिक मौजूदा सरकार में संबंधित अधिकारी को दो विभागों का प्रभार दिया गया था, लेकिन महिलाओं की शिकायत के बाद मामला इतना गंभीर हो गया कि मुख्य सचिव को अधिकारी पर तुरंत कार्रवाई कर उसे ऐसे विभाग में लगा दिया गया, जो सीधे पब्लिक डीलिंग के साथ नहीं जुड़ा है.