Chandigarh : बीजेपी नेता अश्विनी शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ नौ मार्च को बजट सत्र शुरू होने पर बीजेपी पंजाब विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन करेगी. उन्होंने एक कट्टरपंथी उपदेशक के समर्थकों द्वारा अजनाला पुलिस स्टेशन को घेरने का उल्लेख करते हुए ये बात कही. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब से भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार राज्य में सत्ता में आई है, तब से जो ताकतें भाईचारे को कमजोर करना चाहती हैं और विभाजनकारी एजेंडे में शामिल हैं, वे ताकतें फिर सिर उठा रही हैं.


बंदूक और तलवारें लेकर पुलिस से भिड़ गए थे उपदेशक के समर्थक


बीजपी की पंजाब इकाई के प्रमुख ने कहा कि पंजाब को तोड़ने की बात करने वाली ये ताकतें सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है. उन्होंने अमृतसर के अजनाला में पिछले महीने की घटना का भी जिक्र किया जिसमें कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तानी हमदर्द अमृतपाल सिंह और उनके समर्थक जेल में बंद अपने एक साथी की रिहाई के लिए तलवारें और बंदूक लेकर पुलिस से भिड़ गए थे.


थाने को घेरने की घटना आतंकवाद के दौर में भी नहीं देखी गई थी 


शर्मा ने इस घटना में अधिकारियों पर निष्क्रियता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के दौर में भी ऐसा नहीं देखा गया कि किसी थाने का घेराव किया गया हो और पुलिसकर्मी खुद को बेबस स्थिति में पाए हों. बीजेपी नेता ने कहा कि घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने दावा किया कि किसी कानून का राज नहीं है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि गैंगस्टर ही निर्णय ले रहे हैं यहां तक ​​कि जेल भी सुरक्षित नहीं हैं.


पूरे राज्य में बिगड़ती जा रही है कानून-व्यवस्था की स्थिति


गैंगस्टर जेलों में भी आपस में जानलेवा लड़ रहे हैं और खुलेआम जेलों के अंदर वीडियो बना रहे हैं, शर्मा ने कहा कि आज आतंकवाद का डटकर सामना करने वाले पंजाब की जांबाज पुलिस और पंजाबियों का मनोबल पूरी तरह टूट चुका है. कानून व्यवस्था चरमरा गई है. पंजाब बीजेपी प्रमुख ने कहा कि पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह कहती है कि वह स्थिति पर नजर रख रही है, लेकिन फिर वह कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती? शर्मा ने कहा कि नौ मार्च को हम यहां पार्टी कार्यालय से विधानसभा का घेराव करेंगे, ताकि यह सरकार अपनी नींद से जागे. उन्होंने कहा कि वह पहले ही मुख्यमंत्री मान को पत्र लिखकर राज्य में बिगड़ती कानून- व्यवस्था पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर चुके हैं.


मुख्यमंत्री दबाना चाहते हैं विपक्ष और मीूडिया की आवाज 


गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता द्वारा अपने बेटे की हत्या की सीबीआई जांच की मांग के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी नेता ने कहा कि अगर परिवार चाहे तो राज्य सरकार को इसकी सिफारिश करनी चाहिए. सोमवार को राज्य विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मान द्वारा अंगुली दिखाने पर आपत्ति जताते हुए धमकी भरे इशारे के लिए माफी मांगने की मांग की थी. शर्मा ने कहा कि सदन एक स्वस्थ चर्चा के लिए है. मुख्यमंत्री जो सदन के नेता भी हैं, और सत्ता पक्ष की एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि यह सुनिश्चित करें कि सदन एक व्यवस्थित तरीके से चलता रहे, लेकिन सत्ता पक्ष  विपक्ष और मीडिया की आवाज को दबाना चाहता है इससे पहले हमने कभी किसी सीएम का ऐसा व्यवहार नहीं देखा भी जो अब भी सांसद हैं.उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री आलोचना सुनने के मूड में नहीं हैं. गौरतलब है कि मान और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के बीच सोमवार को पंजाब विधानसभा में तीखी नोकझोंक हुई थी, जब कांग्रेस नेता ने राज्य सतर्कता ब्यूरो के कामकाज पर सवाल उठाए थे.


ये भी पढ़ें :- Ajnala incident: पंजाब पुलिस का अमृतपाल सिंह के साथियों पर कसने लगा शिकंजा, 9 साथियों के खिलाफ होगी ये बड़ी कार्रवाई