Punjab Assembly Special Session: तीन कृषि कानूनों और बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के खिलाफ पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस स्पेशल सेशन को चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) की सरकार के बड़े एग्जाम के तौर पर देखा जा रहा है. सीएम का पद संभालने के बाद चन्नी पहली बार सदन में कांग्रेस के नेता की भूमिका निभाते हुए नज़र आएंगे.


चरणजीत सिंह चन्नी को हालांकि सीएम बनने के बाद से ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सितंबर में सिद्धू के लगातार विरोध के बाद कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) की जगह चरणजीत चन्नी को सीएम बनाने का फैसला किया था. लेकिन सिद्धू के अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमले बंद नहीं हुए. सिद्धू ने पिछले दो महीने में चन्नी सरकार के तमाम फैसलों पर सवाल उठाकर विपक्ष को उन्हें घेरने का अच्छा मौका दिया है. 


दो दिन के विधानसभा सत्र के दौरान सभी की नज़रें इस बात पर रहने वाली हैं कि कैसे चन्नी विपक्ष का सामना करेंगे. विधानसभा का स्पेशल सत्र पहले एक दिन के लिए बुलाया गया था लेकिन बाद में इसे दो दिन के लिए बढ़ा दिया गया.


विधानसभा में क्या रहेगा सबसे बड़ा मुद्दा?


विधानसभा में हालांकि तीन कृषि कानून और बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ना सबसे बड़ा मुद्दा रहने वाला है. चरणजीत सिंह चन्नी ने पहले ही साफ कर दिया था कि विधानसभा में तीन कानूनों को रद्द करने के लिए प्रस्ताव पास किया जाएगा.


इसके अलावा राज्य के तमाम दलों की सहमति से बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के खिलाफ भी प्रस्ताव पास होने की संभावना है. आम आदमी पार्टी ने हालांकि चन्नी सरकार को घेरने के लिए खास प्लान बनाया है.


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