पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग से पहले सुनील जाखड़ का बड़ा दावा, 'सिर्फ 2024 ही नहीं...'
Punjab Lok Sabha Election 2024: पंजाब बीजेपी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा है कि आज पंजाब के लोग सिर्फ 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं देख रहे हैं बल्कि वे बीजेपी में 2027 का विकल्प भी देख रहे हैं.
Punjab Lok Sabha Chunav 2024: पंजाब बीजेपी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा है कि लोगों में एक उम्मीद है, वे एक बदलाव चाहते हैं क्योंकि 2022 में उन्होंने अकाली दल और कांग्रेस दोनों ही पुरानी पार्टियों को बदलकर आम आदमी पार्टी को जो मौका दिया, वह उन्हें बहुत महंगा पड़ा. आज पंजाब के लोग आम आदमी पार्टी और भगवंत मान से सिर्फ निराश नहीं हैं, बल्कि उनसे नाराज भी हैं.
सुनील जाखड़ ने कहा कि आज पंजाब के लोग सिर्फ 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं देख रहे हैं बल्कि वे बीजेपी में 2027 का विकल्प भी देख रहे हैं. गौरतलब है कि एक जून को पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. पंजाब के चुनावी माहौल में पांच प्रमुख पार्टियां मैदान में हैं. इनमें बीजेपी, आप, कांग्रेस, बसपा और शिरोमणि अकाली दल शामिल हैं.
बता दें कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन के दौरान बीजेपी लोकसभा की तीन सीटों अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर सीट पर चुनाव लड़ती थी. वहीं पंजाब विधानसभा की 117 में से 23 सीटों पर लड़ती थी, जिनमें ज्यादातर शहरी सीट होती थी. इस लोकसभा चुनाव में दूसरी पार्टियों से आए ऐसे नेताओं को बीजेपी ने टिकट दिया है, जिनका ग्रामीण क्षेत्रों में भी आधार है.
#WATCH पटियाला: पंजाब भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा, "लोगों में एक उम्मीद है, वे एक बदलाव चाहते हैं क्योंकि 2022 में उन्होंने अकाली दल और कांग्रेस दोनों ही पुरानी पार्टियों को बदलकर आम आदमी पार्टी को जो मौका दिया वह उन्हें बहुत महंगा पड़ा। आज पंजाब के लोग आम आदमी पार्टी और… pic.twitter.com/Xnwpm19leh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 22, 2024
इसके अलावा किसान संगठनों के विरोध के सवाल पर सुनील जाखड़ ने कहा था कि प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हैं. सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं. उनकी सरकार में किसान परेशान हैं, व्यापारी परेशान हैं. पिछले एक महीने से किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं, लेकिन उन्हें इसकी कोई सुध नहीं. उन्होंने कहा था कि हमने किसानों से कहा कि आप बीजेपी का विरोध कर लीजिए यदि आपको तकलीफ है. लेकिन, आम जनता की परेशानी का सबब न बनें.