पंजाब में AAP को झटका, जस्सी खंगूड़ा की कांग्रेस में 'घर वापसी', लोकसभा चुनाव में क्या होगा असर?
Punjab Lok Sabha Election 2024: जस्सी खंगूड़ा ने साल 2007 से पहली बार किला रायपुर विधानसभा हल्के से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2017 का चुनाव वह हार गए और फिर 2022 में उनका टिकट कट गया था.
Punjab Lok Sabha Chunav 2024: पंजाब में आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. आप नेता जस्सी खंगूड़ा ने पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. पंजाब कांग्रेस इंचार्ज देवेंद्र यादव की मौजूदगी में जस्सी खंगूड़ा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इस दौरान देवेंद्र यादव ने उनका पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि जस्सी खंगूड़ा पहले भी विधायक रह चुके हैं और कुछ निजी कारणों के चलते आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे.
देवेंद्र यादव ने कहा कि जस्सी खंगूड़ा ने जिस तरह से कांग्रेस में वापसी की है, उससे पंजाब कांग्रेस को निश्चित तौर पर आगामी लोकसभा चुनावों में फायदा होगा. कांग्रेस के परिवार में जिस तरह से वृद्धि हो रही है, उससे सीधे तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंजाब में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में इस बार कांग्रेस काफी सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
जस्सी खंगूड़ा ने क्या कहा?
वहीं कांग्रेस में शामिल होने के बाद जस्सी खंगूड़ा ने कहा, "साल 2022 में मैंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी. करीब 2 साल का मेरा कार्यकाल अच्छा नहीं रहा, जिसके बाद मैंने चिंतन किया तो मुझे समझ आया कि कांग्रेस ही मेरा असली परिवार है. आगामी लोकसभा चुनावों में लुधियाना की भी हवा बदलेंगे."
कांग्रेस की नीतियों एवं जननायक श्री @RahulGandhi जी के सामाजिक न्याय के विचारों से प्रभावित होकर बहुजन समाज पार्टी पंजाब के सेक्रेटरी गुरमुख सिंह जी ने @INCPunjab की सदस्यता ग्रहण की।
— Devender Yadav (@devendrayadvinc) May 8, 2024
आपका @INCIndia परिवार में स्वागत है, पूरा विश्वास है कि आप जन-जन तक कांग्रेस का संदेश… pic.twitter.com/ZsDeYfVhpQ
कहा जा रहा है कि लुधियाना लोकसभा सीट से खंगूड़ा आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे. हालांकि, पार्टी ने यहां से मौजूदा विधायक अशोक पराशर पप्पी को टिकट दे दिया, जिसके चलते वह पार्टी से नाराज थे.
साल 2017 में विधानसभा चुनाव हार गए थे खंगूड़ा
बता दें कि जस्सी खंगूड़ा ने साल 2007 से पहली बार किला रायपुर विधानसभा हल्के से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2017 का चुनाव वह हार गए और फिर 2022 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था. इसके बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया.
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