Punjab Maternal Mortality Rate News: पंजाब में मातृ मृत्यु दर में एक महीने में दो गुना बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता खड़ी कर दी है. मातृ मृत्यु दर गर्भावस्था या बच्चे के जन्म के दौरान मां की मृत्यु के दर को कहा जाता है. बढ़ती मातृ मृत्यु दर को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड में आ गया है. पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की जान बचाने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.


स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
वहीं सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी के अलावा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनसे फोन कॉल के माध्यम से संपर्क कर जांच के लिए बुलाया जाए. इसके साथ ही पता लगाया जाए कि उनकी गुणवत्तापूर्ण देखभाल की जा रही है या नहीं. इसके साथ स्वास्थ्य विभाग आम आदमी क्लिनिक के डॉक्टरों और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के प्रसव के दौरान किसी प्रकार की कोई समस्या न हो.


मई महीने में मातृ मृत्यु दर 28 हुई
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पंजाब में अप्रैल महीने में 14 मातृ मृत्यु की घटनाएं हुई थीं. लेकिन, मई महीने में इसकी संख्या बढ़कर 28 हो गई. अप्रैल 2023 से लेकर मार्च 2024 तक पंजाब में 403 मातृ मृत्यु के मामले आए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के निदेशक डॉ. अब्निनव त्रिखा के अनुसार पंजाब में मातृ मृत्यु अनुपात कुछ साल जो 120 था वो अब पिछले सर्वे में घटकर 105 दर्ज किया गया.  


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक डॉ. हतिंदर कौर ने कहा कि हमने पहले की अपेक्षा अपने प्रयास बढ़ा दिए हैं. हाई रिस्क वाली महिलाओं को रैंडम कॉल की जा रही है. हर 3 महीने में गर्भवती महिलाओं की एक जांच मेडिसिन विशेषज्ञ से कराने के निर्देश भी दिए गए हैं.


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