Punjab Internet Ban: पंजाब में कल तक इंटरनेट बंद, SMS सेवाओं पर भी पाबंदी, अमृतपाल की तलाश तेज
Amritpal Arrest Operation: पंजाब में इंटरनेट सेवा पर बैन की अवधी को बढ़ा दिया गया है. प्रदेश में अब इंटरनेट सेवाएं 21 मार्च को दोपहर 12 बजे तक बंद रहेंगी
Punjab Mobile Internet Suspended: अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के संगठन वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De ) संगठन पर प्रदेश पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. खबर ये भी है कि किसी भी वक्त अमृतपाल सिंह की भी गिरफ्तारी हो सकती है. इसी बीच राज्य की सुरक्षा के लिए इंटरनेट सेवा (Internet Service) पहले रविवार दोपहर 12 बजे तक बंद की गई थी. उसे अब 20 और 21 मार्च को दोपहर 12 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. यानी अब प्रदेश में 20 और 21 मार्च को दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. इंटरनेट बंद करने का ये फैसला पंजाब सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से लिया गया है.
गृह विभाग तथा न्याय विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेशानुसार, ‘‘यह निर्देश दिया जाता है कि सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (2जी/3जी/45/5जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली वॉयस कॉल के अलावा सभी डोंगल सेवाएं पंजाब में 20 मार्च (दोपहर 12 बजे से) से 21 मार्च (दोपहर 12 बजे) तक सार्वजनिक सुरक्षा के हित में, किसी भी तरह की हिंसा को रोकने, शांति तथा सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए निलंबित कर दी जाएं.’’
दरअसल, पंजाब पुलिस वारिस पंजाब दे संगठन के लोगों की लगातार गिरफ्तारियां कर रही है. रविवार को पूरे पंजाब से 34 और गिरफ्तारियां की गईं. वहीं अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर किसी भी घटना से निटपने के लिए पूरे पंजाब में पुलिस प्रशासन को अलर्ट मोड पर है. पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने प्रदेश के लोगों से पाकिस्तान से सोशल मीडिया के जरिए भेजी जा रही झूठी जानकारियों पर यकीन न करने की भी अपील की है.
पंजाब के कई जिलों में धारा 144 लागूू
साथ ही सुरक्षा और अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई को पंजाब के अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू की गई है. साथ ही इन जिलों में सुरक्षा बलों की भी भारी तैनाती की गई है. अमृतपाल के पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में भारी संख्या में पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्स को तैनात है. जल्लूपुर खेड़ा गांव को को सील किया गया है ताकि ना कोई गांव में आ सके, ना कोई गांव से बाहर जा सके.